Advertisement

Search Result : "गणेश परिक्रमा"

कौन बनेगा टीम इंडिया का कोच, सहवाग ने भी किया आवेदन

कौन बनेगा टीम इंडिया का कोच, सहवाग ने भी किया आवेदन

विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग ने आज भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए आवेदन किया है। इस पद के लिए दो भारतीय खिलाड़ियों लालचंद राजपूत और डोडा गणेश के अलावा ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी और इंग्लैंड के रिचर्ड पायबस ने भी आवेदन किया है।
सांसदों ने की पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय गठित करने मांग

सांसदों ने की पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय गठित करने मांग

न्य पिछड़े वर्गों के कल्याण संबंधी संसदीय समिति के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके मांग की कि सरकार अलग से अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग का गठन करके उसके लिये अलग से बजट का आवंटन करे।
छत्तीसगढ़ : 1000 फुट पर स्थित 1000 वर्ष पुरानी गणेश मूर्ति 8 टुकड़ों में खंडित

छत्तीसगढ़ : 1000 फुट पर स्थित 1000 वर्ष पुरानी गणेश मूर्ति 8 टुकड़ों में खंडित

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में लगभग एक हजार वर्ष पुरानी भगवान गणेश की प्रतिमा को पहाड़ी से गिराकर खंडित कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक इस घटना में नक्सलियों का हाथ हो सकता है।
वाराणसी: बाबा जय गुरुदेव के कार्यक्रम में भगदड़, 18 श्रद्धालुओं की मौत, 60 घायल

वाराणसी: बाबा जय गुरुदेव के कार्यक्रम में भगदड़, 18 श्रद्धालुओं की मौत, 60 घायल

उत्तर प्रदेश के चंदौली और वाराणसी जिले की सीमा पर शनिवार सुबह हुए एक बड़े हादसे में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए। यह हादसा बाबा जय गुरुदेव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ की वजह से पेश आया।
केरल विधानसभाः फिल्मी हस्तियों की दिलचस्प जंग

केरल विधानसभाः फिल्मी हस्तियों की दिलचस्प जंग

केरल में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों में फिल्मी सितारे और निर्देशक एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं। राजनीतिक दलों ने फिल्मी जगत की हस्तियों की लोकप्रियता भुनाने के लिए कम से कम छह उम्मीदवार खड़े किए हैं। इन चुनावों में सभी तीन प्रमुख राजनीतिक दलों-कांग्रेस, माकपा और भाजपा ने मतदाताओं को लुभाने के लिए फिल्मी सितारे मैदान में उतारे हैं।
ऐतिहासिक मुकाम, लेखकों के इस्तीफे का बवंडर

ऐतिहासिक मुकाम, लेखकों के इस्तीफे का बवंडर

देश के सभी कोनों से, सभी भाषाओं में एक ही आवाज उठ रही है। यह अपने आप में ऐतिहासिक परिघटना है। इससे पहले इस देश में इतने बड़े पैमाने पर लेखकों-साहित्यकारों-रंगकर्मियों ने एक साथ एक ही मुद्दे पर मिलकर आवाज नहीं उठाई थी। वे सब अलग-अलग राज्यों से, अपनी-अपनी भाषाओं में एक ही स्वर बोल रहे हैं।
डबराल, जोशी समेत कई साहित्‍यकारों ने लौटाए पुरस्‍कार

डबराल, जोशी समेत कई साहित्‍यकारों ने लौटाए पुरस्‍कार

सांप्रदायिक राजनीति, अभिव्‍यक्ति की आजादी पर बढ़ते हमलों और बढ़ती असहिष्‍णुता के खिलाफ साहित्‍य अ‍कादमी पुरस्‍कार लौटाने का सिलसिला तेज होता जा रहा है। अब तक विभिन्‍न भाषाओं के करीब 15 साहित्‍यकार पुरस्‍कार लौटा चुके हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement