आज भारतीय शेयर बाजार मजबूती के साथ खुले लेकिन बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सुबह उछाल के साथ खुलने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। करीब 11.45 बजे सेंसेक्स 425 अंक गिरकर 25,322 पर आ गया जबकि निफ्टी 132 अंक की गिरावट के साथ 7,680 पर है।
साख निर्धारण एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मानसूनी बारिश से जुड़ी चिंता का उल्लेख करते हुए आज 2015 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाकर सात प्रतिशत कर दिया जबकि पहले उसने वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत एेतिहासिक शेख जायेद मस्जिद देखने के साथ की है। सऊदी अरब के मक्का और मदीना के बाद यह दुनिया की सबसे बडी मस्जिद है। यहां भी मोदी सेल्फी लेना नहीं भूले।
चीन के तियानजिन इलाके में खतरनाक रसायनों के गोदाम में हुए भयावह विस्फोटों के बीच एक व्यक्ति को जिंदा बचाया गया है। इन विस्फोटों में 50 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और इन्हें चीन की सबसे भयावह औद्योगिक आपदाओं में से एक माना जा रहा है। हवा में जहरीले रसायनों का रिसाव हो जाने के डर के बीच सैकड़ों दमकल कर्मी जीवित बचे लोगों को खोजने में जुटे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन विस्फोटों पर दुख जताया है।
ब्रिटेन के 19 वर्षीय किशोर टॉम डेविस ने साइकिल से 30 हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुए छह महीने में पूरी दुनिया का सफर तय कर लिया। इस दौरान वह भारत भी पहुंचे और इस मुकाम तक पहुंचने वाले संभवतः वह सबसे कम उम्र युवक हैं।
चीन ने अपने दक्षिणपूर्वी फुजियान प्रांत की ओर तेजी से बढ़ रहे साउडलर तूफान से बचाव की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसके मद्देजनर 1.58 लाख लोगों को उनके घरों से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। यह तूफान आज किसी समय इस प्रांत में कहर बरपाएगा।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए इस साल से शुरू हुए नए रास्ते, (सिक्किम से हो कर गुजरने वाला) के कारण उत्तराखंड से होकर जाने वाले पुराने मार्ग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। इस रास्ते को लेकर तीर्थ यात्रियों के बीच आकर्षण कम नहीं हुआ है।
साल भर पहले डेरा सच्चा सौदा के करीब दस हजार लोगों ने हरिद्वार की यात्रा की थी। ये सभी अपने साथ झाडू़ और साफ-सफाई का सामान लेकर आए थे। इन श्रद्धालुओं ने दिन भर में पूरे हरिद्वार शहर को साफ कर दिया था और शहर से इतना कूड़ा एकत्र किया था कि उसे हटाने में नगर निगम को एक सप्ताह से ज्यादा लग गया था। क्या ऐसी ही उम्मीद कांवड़ियों से की जा सकती है?