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Search Result : "चुप क्यों"

हरियाणा के डेरे में, कानून क्यों नदारद?

हरियाणा के डेरे में, कानून क्यों नदारद?

डेरा में सेना के रिटायर्ड अधिकारियों द्वारा हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी, जिसके विरुद्ध भारतीय सेना ने 2010 में एडवाइजरी जारी की। इस मामले पर पंजाब-चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने 2014 में सुनवाई की जहाँ हरियाणा सरकार ने डेरा को क्लीन चिट दे दी।
'मोदी सरकार बुलेट ट्रेन के लिए कर्ज ले सकती है, तो रेलवे सुरक्षा का प्रबंध क्यों नहीं कर सकती'

'मोदी सरकार बुलेट ट्रेन के लिए कर्ज ले सकती है, तो रेलवे सुरक्षा का प्रबंध क्यों नहीं कर सकती'

सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी या तो सुरेश प्रभु के इस्तीफे की पेशकश को स्वीकार कर लें या उन्हें पद से हटा दें।
सुप्रीम कोर्ट ने BCCI से पूछा, अब तक लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू क्यों नहीं हुईं?

सुप्रीम कोर्ट ने BCCI से पूछा, अब तक लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू क्यों नहीं हुईं?

कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
विशाल सिक्का को क्यों छोड़नी पड़ी इंफोसिस, उनके इस्तीफे से जुड़ी 5 खास बातें

विशाल सिक्का को क्यों छोड़नी पड़ी इंफोसिस, उनके इस्तीफे से जुड़ी 5 खास बातें

विशाल सिक्का को आखिरकार इंफोसिस के सीईओ पद से इस्तीफा देना पड़ा। यह एकाएक हुआ हो ऐसा नहीं है। इस्तीफे को लेकर कई अहम बातें सामने आई हैं।
आखिर क्यों खाएं, ‘बरेली की बर्फी’

आखिर क्यों खाएं, ‘बरेली की बर्फी’

हंसाना दुनिया का सबसे कठिन काम है। लव स्टोरी में तो सच में बहुत कठिन। लेकिन तिवारी दंपती ने मिल कर बहुत सारे चेहरों पर मुस्कान ला दी है। मीठी-मीठी बर्फी सही जम गई है, भाईसाब!
भाजपा और कांग्रेस के लिए क्यों इतनी अहम बन गई अहमद पटेल की हार-जीत

भाजपा और कांग्रेस के लिए क्यों इतनी अहम बन गई अहमद पटेल की हार-जीत

मंगलवार को देर रात तक चली उठापटक में आखिरकार कांग्रेस नेता अहमद पटेल की जीत हुई। वह इस जीत से दूर हो चुके थे अगर चुनाव आयोग ने कांग्रेस द्वारा दो वोटों को खारिज करने की मांग स्वीकार ना कर ली होती।
मोदी सरकार के चहेते पनगढ़िया क्यों छोड़ चले नीति आयोग का साथ

मोदी सरकार के चहेते पनगढ़िया क्यों छोड़ चले नीति आयोग का साथ

एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उनका कहना है कि 31 अगस्त, 2017 उनके कार्यकाल का आखिर दिन होगा।
भाजपा को कैसे मिली महागठबंधन तोड़ने में कामयाबी, नीतीश ने क्यों भरे कमल में रंग?

भाजपा को कैसे मिली महागठबंधन तोड़ने में कामयाबी, नीतीश ने क्यों भरे कमल में रंग?

नीतीश कुमार महागठबंधन की गाठें छुड़ाकर अपने पुराने साथी रहे एनडीए से गठजोड़ कर चुके हैं। सियासी गलियारों में इस घटना ने हलचल तेज कर दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि एनडीए के विरोध में महागठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार एकाएक पाला बदलकर कैसे ‘कमल’ में रंग भरने को तैयार हो गए?