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Search Result : "जितेंद्र सिंह"

राजनाथ नहीं जाएंगे यूपी सीएम पद की रेस में कई और नाम

राजनाथ नहीं जाएंगे यूपी सीएम पद की रेस में कई और नाम

उत्तराखंड में मुख्‍यमंत्री का नाम तय हो जाने के बाद अब यह साफ हो गया है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। कारण साफ है कि दोनों प्रदेशों के बीच जातीय समीकरण बैठाना। उत्तराख्‍ांड में भाजपा ने त्रिवेंद्र रावत के नाम पर मुहर लगा दी है। रावत राजपूत जाति से आते हैं और राजनाथ भी राजपूत हैं। ऐसे में एक बात साफ हो गई है कि उत्तर प्रदेश की कमान किसी और के हाथ में होगी। सूत्रों पर भरोसा करें तो केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का नाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे आगे चल रहा है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत होंगे उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री, 18 को शपथ लेंगे

त्रिवेंद्र सिंह रावत होंगे उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री, 18 को शपथ लेंगे

झारखंड भाजपा के प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के मुख्‍यमंत्री होंगे। वे 18 मार्च को शपथ लेंगे। विधायकों की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। देहरादून की डोईवाला विधानसभा सीट से इस बार उन्होंने कांग्रेस के सीनियर लीडर हीरा सिंह बिष्ट को 24,869 वोटों से हराया है। वह उत्तराखंड में कृषि मंत्री रह चुके हैं।
बीरेन सिंह ने ली मणिपुर के सीएम की शपथ

बीरेन सिंह ने ली मणिपुर के सीएम की शपथ

एन बीरेन सिंह ने आज मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें इंफाल में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने शपथ दिलाई। यह पहला मौका है जब राज्य में भाजपा की सरकार बनी है। उनके साथ आठ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी भाग लेना था पर विमान के इंजन में आई गड़बड़ी के कारण उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
मणिपुर में भाजपा के बीरेन सिंह आज लेगें सीएम की शपथ

मणिपुर में भाजपा के बीरेन सिंह आज लेगें सीएम की शपथ

मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला कल एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगी। इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार भाजपा नीत सरकार बन जाएगी।
ऐतिहासिक विजय से बढ़ती अपेक्षा

ऐतिहासिक विजय से बढ़ती अपेक्षा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को विधानसभाओं के चुनाव में ऐतिहासिक विजय अवश्य मिली है, लेकिन इससे सामान्य जनता की अपेक्षाएं भी बढ़ गई हैं।
इबोबी ने दिया इस्तीफा, भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया

इबोबी ने दिया इस्तीफा, भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया

मणिपुर के मुख्यमंत्राी ओ इबोबी सिंह ने राज्य में नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया का रास्ता बनाने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में किसी भी पाटीर्टी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
क्या पर्रिकर की घर वापसी का शिवराज पर होगा असर

क्या पर्रिकर की घर वापसी का शिवराज पर होगा असर

मनोहर पर्रिकर की गोवा वापसी का रास्ता साफ हो गया है। उनके गोवा जाने के बाद नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति पर कवायद होने लगी है। यदि गोवा में स्पष्ट बहुमत आता तो बात और थी। लेकिन जोड़ तोड़ के लिए विधायकों के आने की शर्त इस पर है कि पर्रिकर यदि मुख्यमंत्री की कमान संभाले तो वे साथ आएंगे। ऐसे में कई हथियार सौदे और रक्षा खरीद की प्रक्रिया को सरल बनाने वाले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की जगह कौन लेगा।
हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं : मुलायम

हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं : मुलायम

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अपने बेटे अखिलेश यादव का बचाव करते हुए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हार के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
मायावती पर अभद्र टिप्पणी के आरोपी दयाशंकर सिंह की भाजपा में वापसी

मायावती पर अभद्र टिप्पणी के आरोपी दयाशंकर सिंह की भाजपा में वापसी

बसपा मुखिया मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में पिछले साल भाजपा से निकाले गये पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्कालीन उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह का निष्कासन खत्म कर दिया गया।
मणिपुर के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने कसी कमर

मणिपुर के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने कसी कमर

पांच राज्यों के चुनाव नतीजों वाले दिन सारा फोकस तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड पर ही केंद्रित रहा जहां भाजपा की दो और कांग्रेस की एक राज्य में जोरदार वापसी हुई है। इस गहमागहमी ने दो छोटे राज्यों पर लोगों का ध्यान नहीं गया जहां जनता ने किसी को भी साफ बहुमत नहीं दिया। भाजपा ने पूर्वोत्तर से कांग्रेस को साफ करने के अपने अभियान के तहत इस बार मणिपुर में पूरा जोर लगाया था और उसे 60 में से 21 सीटें भी मिली मगर पार्टी बहुमत से 10 सीटें दूर रह गई। दूसरी ओर राज्य में लगातार जीत रही कांग्रेस पार्टी भी 28 सीटें जीतकर बहुमत से तीन सीटें दूर खड़ी है। खास बात यह है कि यहां सत्ता की चाबी तीन छोटे दलों और निर्दलीयों के पास है जिन्होंने 11 सीटें जीत ली है। इनमें से चार-चार सीटें नगा पीपुल्स फ्रंट(एनपीएफ) और नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने जबकि एक-एक सीटें तृणमूल कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी और निर्दलीय ने जीती है।
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