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जीएसटी अप्रैल से सितंबर के बीच कभी भी लागू किया जा सकता है: जेटली

जीएसटी अप्रैल से सितंबर के बीच कभी भी लागू किया जा सकता है: जेटली

वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के एक अप्रैल 2017 से लागू होने में संदेह के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लेनदेन से जुड़ा कर है और इसे वर्ष के दौरान किसी भी समय लागू किया जा सकता है।
जनमत संग्रह में हार के बाद इटली के पीएम का इस्तीफा

जनमत संग्रह में हार के बाद इटली के पीएम का इस्तीफा

इटली के प्रधानमंत्री मैटियो रेंजी ने आज तड़के घोषणा की कि संवैधानिक सुधार पर जनमत संग्रह में हार मिलने के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार चलाने का मेरा अनुभव यहीं समाप्त होता है।
विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि, रोजगार निर्माण की उम्मीद : आदि गोदरेज

विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि, रोजगार निर्माण की उम्मीद : आदि गोदरेज

उद्योगपति आदि गोदरेज ने उम्मीद जताई कि एक बार वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू हो जाने के बाद विनिर्माण क्षेत्रा में वृद्धि होगी और बड़े पैमाने पर रोजगार निर्माण भी होगा।
जनमत संग्रह का नहीं, ब्रेक्जिट का है अफसोस: कैमरुन

जनमत संग्रह का नहीं, ब्रेक्जिट का है अफसोस: कैमरुन

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन ने यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के लिए जनमत संग्रह कराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि कुछ मुद्दे संसद से ऊपर चले जाते हैं और इन मुद्दों पर जनता की राय नहीं लेना बड़ी समस्या है।
कैशलैस इकॉनॉमी अभी दूर की बात : आदि गोदरेज

कैशलैस इकॉनॉमी अभी दूर की बात : आदि गोदरेज

जाने-माने उद्योगपति आदि गोदरेज का मानना है कि सरकार का नोटबंदी का फैसला देश और अर्थव्यवस्था के लिए आने वाले दिनों में अच्छा साबित होगा लेकिन नकदी रहित अर्थव्यवस्था (कैशलैस इकॉनॉमी) की बात करना अभी दूर की बात है।
शिवसेना की सलाह, मनमोहन सिंह की बात को गंभीरता से लिया जाए

शिवसेना की सलाह, मनमोहन सिंह की बात को गंभीरता से लिया जाए

नोटबंदी को लेकर केंद्र पर कई बार निशाना साधने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज इस कदम को आम आदमी से लूट बताया और भाजपा से पूर्व प्रधानमंत्राी मनमोहन सिंह की बात को गंभीरता से लेने को कहा क्योंकि वह जाने माने अर्थशास्त्री हैं।
शीतकालीन सत्र 16 नवंबर से, नौ नये विधेयक पेश किये जाएंगे

शीतकालीन सत्र 16 नवंबर से, नौ नये विधेयक पेश किये जाएंगे

संसद के 16 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में जीएसटी से जुड़े तीन विधेयकों और किराये की कोख के नियमन संबंधी विधेयक सहित नौ नये विधेयक पेश किये जाएंगे। संसद में पेश होने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े तीन विधेयकों में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विधेयक, समन्वित वस्तु एवं सेवा कर विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर (राजस्व के नुकसान का मुआवजा) विधेयक शामिल हैं।
जीएसटीः करदाता इकाइयों पर अधिकार को लेकर नहीं बन सकी सहमति

जीएसटीः करदाता इकाइयों पर अधिकार को लेकर नहीं बन सकी सहमति

वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) प्रणाली के लिये चार स्तरीय कर दरें तय करने के बाद आज केन्द्र और राज्यों के बीच विभिन्न करदाता इकाइयों पर अधिकार क्षेत्र को लेकर सहमति नहीं बन सकी।
जीएसटी के चार स्तरीय कर ढांचे को मंजूरी, महंगाई होगी कम

जीएसटी के चार स्तरीय कर ढांचे को मंजूरी, महंगाई होगी कम

अगले साल एक अप्रैल से वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) प्रणाली लागू करने की दिशा में एक बड़ी बाधा आज दूर हो गई। जीएसटी परिषद ने जीएसटी के लिये 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के चार स्तरीय कर ढांचे को आज मंजूरी दे दी। इसमें खाद्यान्न जैसी आवश्यक वस्तुओं को शून्य कर दायरे में रखा गया है जबकि सामान्य उपभोग की ज्यादातर वस्तुओं पर पांच प्रतिशत कर लगाया जायेगा। इससे महंगाई को कम रखने में मदद मिलेगी। इसके विपरीत आलीशान कारों, तंबाकू, पान मसाला, पेय पदार्थों जैसी गैर-जरूरी वस्तुओं पर सबसे ऊंची दर से जीएसटी लगेगा। इन पर अतिरिक्त उपकर और स्वच्छ उर्जा उपकर भी लगेगा जिससे कुल मिलाकर इन पर कर की दर मौजूदा स्तर पर ही रहेगी।
जीएसटी के तहत कई दरें रखना नुकसानदायक: चिदंबरम

जीएसटी के तहत कई दरें रखना नुकसानदायक: चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत कर की कई दरें रखना घातक होगा और यह पुराने वैट को नए आकार में पेश करने के अलावा और कुछ नहीं होगा।
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