भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की नजर में टीम इंडिया के प्रमुख कोच के लिए रवि शास्त्री सबसे उपयुक्त हैं। गावस्कर ने कहा कि 2014 में टीम के निदेशक के रूप में शास्त्री ने टीम को नई दिशा दी थी।
डाकुओं की शरणस्थली, बीहड़ और पिछड़ेपन से ग्रस्त चंबल का इलाका अब दूसरी वजहों से भी जाना जाएगा। हाल ही में पांच नदियों के संगम स्थल पंचनदा पर जन-संसद का आयोजन करने वाले, अवाम का सिनेमा के सर्वेसर्वा शाह आलम यहां देश के महान फोटोग्राफर रहे पद्मश्री-पद्मविभूषण से सम्मानित सुनील जाना की याद में 'सुनील जाना स्कूल ऑफ़ फोटोग्राफी' खोलने जा रहे हैँ।
अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद भी टीम इंडिया में विवाद थम नहीं रहा है। सुनील गावस्कर के बाद शूटर अभिनव बिंद्रा और बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने भी इस विवाद को लेकर ट्वीट किया है।
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को आज इंटरनेशलन क्रिकेटर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया। उन्होंने सीएट क्रिकेट रेटिंग इंटरनेशलन अवार्ड 2017 के दौरान मुंबई में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और आरपीजी इंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका के हाथों यह सम्मान ग्रहण किया।
बाहुबली 2 भले ही कमाई के बॉक्स ऑफिस पर रेकॉर्ड तोड़ती रहे लेकिन गदर निर्देशित करने वाले अनिल शर्मा इसे शिगूफे से ज्यादा कुछ नहीं मानते। उनका मानना है कि भले ही बाहुबली ने पंद्रह सौ करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया हो लेकिन गदर का कोई मुकाबला नहीं।
इस बार आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सफर काफी निराशाजनक है। प्ले ऑफ की रेस से बाहर होने के बाद उसके लिए अब कुछ खास नहीं बचा है। अहम मैचों में नहीं जीतना खेल का हिस्सा कहा जा सकता है लेकिन उसके लिए अब अंतिम दौर के मैच जीतकर सम्मान बचाना भी आसान नहीं रहा। वह शुक्रवार को पंजाब के दिए 138 रन के लक्ष्य को भी पा नहीं सकी ।
कॉमेडियन कपिल शर्मा और सुनील ग्रोवर के बीच हाल में हुए झगड़े को लेकर आए दिन चर्चाएं बनी हुई हैं। इस पर कॉमेडियन एवं अभिनेता कृष्णा ने कहा कि दोनों के बीच झगड़ा एक सामान्य बात है लोग दोस्ती में कई बार ऐसे उतार-चढ़ावों से गुजरते हैं।
जब से खबर आई है कि सॉफ्ट पोर्न स्टार मोनिका केस्टेलिनो कपिल शर्मा के कॉमेडी शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल में परमानेंट मेंबर के रूप में शिरकत करने जा रही हैं तब से उनके प्रशंसक यही प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
कुल ड्रेसेस, कूल डायलॉग, कूल फ्रेंड्रस। ऐसा लगता है कि कॉलेज मस्ती की कोई डॉक्यूमेंट्री चल रही है और बस दर्शक 146 मिनट खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। सब कुछ इतना कूल है कि फिल्म कोल्ड स्टोरेज से निकाली गई मालूम पड़ती है। नूर फिल्म की समीक्षा बस इतनी ही है। फिल्म है तो थोड़े बहुत ट्विस्ट एंड टर्न्स तो होंगे ही। निर्देशक ने अपने चरित्रों को स्थापित करने और कहानी समझाने में ही आधा वक्त बर्बाद कर दिया है। धीमी रफ्तार तो बस जान ही ले लेती है।