‘अम्मा’ की शान रानी मां से कम नहीं थी। लेकिन जे. जयललिता गरीबों के दर्द, संघर्ष और आवश्यकताओं को सबसे अधिक समझते हुए व्यावहारिक मदद और कल्याण के कार्यक्रम चेन्नई से सुदूर गांवों तक क्रियान्वित करती रहीं।
जयललिता के निधन के बाद अब तीसरी बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने ओ पन्नीरसेल्वम के सामने सबसे बड़ी चुनौती अन्नाद्रमुक को एक साथ जोड़कर रखने की है। करिश्माई व्यक्तित्व वाली पार्टी सुप्रीमो जयललिता की गैरमौजूदगी में अन्नाद्रमुक अब अपने आप को नए सिरे से परिभाषित करने की कोशिश कर रही है।
साल का आखिरी महीना दिसंबर तमिलनाडु में अक्सर उथल पुथल ले कर आता है। राज्य में सुनामी और बाढ़ की प्राकृतिक आपदाओं का कहर दिसंबर में टूटा तथा अन्नाद्रमुक के संस्थापक एम जी रामचन्द्रन की मृत्यु और उसके बाद अब अन्नाद्रमुक की प्रमुख और मुख्यमंत्री जे जयललिता का निधन भी दिसंबर माह में ही हुआ।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। जयललिता के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया। इसी साल जयललिता चौथी बार और लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनकी मौत से राज्य में उनके चाहने वाले लाखों लोगों में मायूूसी छा गई। अभिनय से राजनीति में आईं जयललिता ने राज्य के लोगों पर अपनी अलग छाप छोड़ी।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का दिल का दौरा पड़ने के बाद सोमवार को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। उनकी हालत गंभीर थी और चिकित्सकों का विशेषज्ञ दल उनके स्वास्थ्य पर गहराई से नजर रख रहा था। जयललिता दो माह से भी ज्यादा समय से अस्पताल में भर्ती थींं।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईडीएमके की महासचिव जे जयललिता की स्थिति नाजुक बनी हुई है। अपोलो अस्पताल ने सोमवार शाम को एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। इससे पहले सोमवार को जयललिता के निधन की खबर फैल गई जिसके बाद समर्थकों में घोर निराशा और गुस्सा देखने को मिला। हालांकि बाद में अपोलो अस्पताल ने बयान जारी कर स्पष्ट किया जयललिता की मौत की खबर झूठ है पर उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
13,860 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी का खुलासा करने के बाद गिरफ्तार हुए गुजराती व्यापारी महेश शाह को आयकर विभाग ने छोड़ दिया है। विभाग ने शनिवार को गिरफ्तार करने के बाद घंटों पूछताछ की और शाह के बयान रिकॉर्ड किए। इसके बाद शाह को छोड़ दिया गया है और सोमवार को फिर आने के लिए कहा है।
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में एक बार फिर समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। सपा अकेले बहुमत की सरकार बनाएगी। अखिले श नेे सपा की आंतरिक राजनीति पर कहा कि राजनीति तो कहती है कि जो आपको पार्टी से हटाना चाहे, आप उसे निकाल दें। अखिलेश ने कहा कि इस मुकाम पर आकर वह राजनीति छोड़ने के बारे में कतई नहीं सोंचते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर यूपी में साथ दे तो 300 सीटें मिल जाएंगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका को राजनीति में लाने की मांग लंबे समय से कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता कर रहे हैं मगर अबतक उनका राजनीति में आना तय नहीं है। दूसरी ओर प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक मंसूबों का संकेत देते हुए एक अंग्रेजी अखबार से कहा है कि उनके लिए राजनीति के दरवाजे बंद नहीं हैं।