उच्चतम न्यायालय ने वर्ष 1997 में हुए उपहार अग्निकांड मामले के संबंध में रियल एस्टेट दिग्गज गोपाल अंसल को एक साल कारावास की सजा सुनाई। इस त्रासदीपूर्ण घटना में 59 लोग मारे गए थे।
उच्चतम न्यायालय ने कई विसंगतियों वाले 21 सप्ताह के भ्रूण को समाप्त करने की अनुमति मांगने वाली एक महिला की याचिका पर एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया है जो मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी की अनुमति देने के लिए स्थिति की जांच कर सलाह देगा।
दिल्ली पुलिस ने सड़कों और सीवर लाइनों के लिए ठेका देने में कथित अनियमितताओं के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके एक करीबी रिश्तेदार और एक लोक सेवक के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और धोखेबाजी के आरोपों की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
अपने कुछ पुराने नोट बदलवाने में सफल नहीं होने पर एक गरीब और हताश महिला ने बुधवार को दिल्ली में आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने अपने कपड़े उतार कर विरोध जताया।
पंजाब मंडी बोर्ड के सचिव का पद छोड़ने के एक दिन बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने तेजिंदर सिंह सिद्धू को आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मोहाली से आज पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया।
प्रवर्तन निदेशालय ने पुलिस की छापेमारी में राजधानी के एक लाॅ फर्म से 13.6 करोड़ रुपये की जब्ती के बाद धनशोधन से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में विवादित वकील रोहित टंडन को गिरफ्तार कर लिया है। टंडन ने 70 करोड़ रुपए के कालेधन को सफेद करने में सहयोग किया था।
सीबीएसई के सभी छात्रों के लिए साल 2018 से 10 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा अनिवार्य होने वाली है। इसकी संचालन इकाई ने इस बारे में एक प्रस्ताव को आज आमराय से मंजूरी दे दी।
देश में हैदराबाद सबसे किफायती शहर है। इसके बाद कम खर्च के मामले में इंदौर देश का दूसरा सबसे किफायती शहर है। निवेश के मामले में जयपुर सबसे पसंदीदा और प्रॉपर्टी खरीदने में अहमदाबाद सुविधाजनक है। मुंबई में खुद का घर खरीदना या किराये पर लेना सबसे महंगा और दिल्ली-एनसीआर दूसरा सबसे महंगा शहर है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को दिल्ली इकाई का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया और नित्यानंद राय बिहार इकाई के अध्यक्ष बनाए गए हैं। तिवारी ने सतीश उपाध्याय की जगह ली है और राय ने मंगल पांडे की जगह ली है। पूर्व अध्यक्षों का कार्यालय बहुत पहले ही समाप्त हो चुका था और बीते कई महीनों से नई नियुक्तियां लंबित थीं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि किसी बेटे को अपने माता पिता के खुद की अर्जित किये गये घर में रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है और वह केवल उनकी दया पर ही वहां रह सकता है, फिर चाहे बेटा विवाहित हो या अविवाहित।