भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक जहीर खान ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। चोटों से तंग आ चुके इस धुरंधर गेंदबाज ने स्वीकार किया कि अब उनका शरीर खेलने का बोझ नहीं उठा सकता। फिल्हाल वह आईपीएल-9 में खेलेंगे लेकिन इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट से भी विदा लेना चाहते हैं।
भाजपा और शिवसेना के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। मुंबई में गुलाम अली का कंसर्ट रद्द होने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुखद करार दिए जाने पर शिवसेना ने कड़ा ऐतराज जताया है। नरेंद्र मोदी काे उनका अतीत याद दिलाते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, नरेंद्र मोदी जी की पहचान विश्व में गोधरा-अहमदाबाद की वजह से हुई है, और उसी वजह से हम मोदी जी का आदर भी करते हैं।
अमेरिकी दवा कंपनी मर्क शार्प एंड डोम यानी एमएसडी को राहत देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने भारतीय कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स को डायबिटीज रोधी दवा जीटा और जीटा-मेट के विनिर्माण और बिक्री पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि इसने अमेरिकी कंपनी के पेटेंट का उल्लंघन किया है।
दिल्ली पुलिस ने 22 अक्टूबर को कार-फ्री डे मनाने की केजरीवाल सरकार की योजना को यह कहते हुए मंजूरी देने से इनकार कर दिया है कि सरकार ने यह फैसला करने से पहले पुलिस बल से विचार-विमर्श नहीं किया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच, नगर निकायों की भूमिका पर सवाल उठाने लगे हैं। लोगों का मानना है कि मच्छर जनित बीमारी से निपटने में स्थानीय नगर निगमों की लचर तैयारियाें की पोल खोल खुल गई है। दिल्ली में डेंगू के कुल मामले 2000 की संख्या को पार कर ग हैं। सितंबर में ही 1200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
डेंगू की वजह से दिल्ली भी भले ही हाहाकार मचा हुआ है लेकिन उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच टकराव जारी है। उपराज्यपाल के कार्यालय की ओर से जारी एक आदेश पर टिप्पणी करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इन मुद्दों पर क्या दो महीने बाद नहीं लड़ सकते? अभी सब मिलकर डेंगू से लड़ते हैं।
दिल्ली में एक और बच्चे की डेंगू से मौत हो गई है। इस बच्चे के परिजन ने भी अस्पतालों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। छह साल का अमन इस मौसम में डेंगू के कारण मरने वाला 10वां पीडि़त है। वह दक्षिण दिल्ली के श्रीनिवासपुरी इलाका का रहने वाला था। यह मामला एेसे समय में सामने आया है जब पिछले सप्ताह ही सात वर्षीय अविनाश राउत की डेंगू से मौत हुई थी, जिसके बाद उसके माता-पिता ने आत्महत्या कर ली थी। कहा जा रहा है पांच अस्पतालों ने अविनाश को भर्ती करने से मना कर दिया था।