वंदे मातरम् पर छिड़ी बहस के बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि वंदे मातरम् गाना अपनी पसंद की बात है और जो लोग इसे गाने से इंकार कर रहे हैं उन्हें देशद्रोही नहीं करार दिया जा सकता।
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपने एक लेख में कहा है कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शांति की अपील करने वाले बयानों को देशद्रोह का नाम दिया जा रहा है।
राष्ट्रवाद महज झंडा फहराने, नारे लगाने या भारत माता की जय नहीं बोलने वालों को दंडित करने से साबित नहीं किया जा सकता बल्कि देश की जरूरतों को पूरा करने की बड़ी प्रतिबद्धता ही राष्ट्रवाद है।
विवाद को दावत देते हुए एबीवीपी के प्रदेश सचिव सुबीर हलदर ने सोमवार को धमकी दी कि कोलकाता जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के वाम समर्थित कथित देशद्रोही छात्र कॉलेज परिसर से बाहर कदम रखेंगे तो उनकी टांगें काट दी जाएगी।
गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में हुई हिंसा के मुद्दे पर भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सीधे नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह घटनाएं दिखाती हैं कि देश अस्थिर प्रशासन से जूझ रहा है जबकि प्रधानमंत्री शांति के शुभंकर बनकर दुनिया भर में घूम रहे हैं।