कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को वायरल बुखार के बाद सोमवार शाम दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार अब उनकी सेहत में सुधार हो रहा है।
नोटबंदी के कारण आम जनता ही नहीं केंद्रीय मंत्री भी इससे परेशान हैं। केंद्रीय सांख्यिकी मंत्री सदानंद गौड़ा को उस समय नोटबंदी का शिकार होना पड़ा है जब वे मंगलौर के अस्पताल में अपने भाई का शव लेने पहुंचे तो अस्पताल ने पुराने नोट लेने से इनकार कर दिया जिसके बाद वे काफी असहज महसूस करने लगे हालांकि अस्पताल को चेक के माध्यम से भुगतान करने के बाद वे अपने भाई के शव को ले जा सके।
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बैंक से रूपए निकालने गए एक बुजुर्ग व्यक्ति की भीड़ के कुचलने से मौत हो गयी। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद इमरान ने आज यहां बताया कि तरकुलवा थाना क्षेत्रा के गुलरिहा गांव के रहने वाले रामनाथ कुशवाहा 65 सोमवार को भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा से रूपये निकालने गए थे। उनकी बहू अस्पताल में भर्ती थी। बैंक में अत्यधिक भीड़ होने के कारण रामनाथ अचानक गिर गये और भीड़ में कुचल गए। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुणे में रूबी हाॅल क्लीनिक ने एक नवजात बच्ची के इलाज के लिए बंद हो चुके पुराने नोट लेने से कथित तौर पर इनकार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्ची को केईएम अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था। जहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने राज्य की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार के चुनावी दस्तावेज पर अपने बाएं हाथ के अंगूठे का निशान लगाया है। गौरतलब है कि जयललिता का पिछले एक महीने से चेन्नई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के लगभग एक महीने के बाद अपोलो अस्पताल ने आज कहा कि मुख्यमंत्री बातचीत कर रही हैं। उनके स्वास्थ्य में सुधार का यह महत्वपूर्ण संकेतक है।
सम अस्पताल चलाने वाले शिक्षा ओ अनुसंधान चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज रंजन नायक ने आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सम अस्पताल में आग लग जाने पर 21 लोग मारे गए थे। नायक की गिरफ्तारी के साथ इस आग त्रासदी के मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या पांच हो गई है।
अस्पताल इमरजेंसी वार्ड (आई.सी.यू.) में व्यक्ति उस समय भर्ती किया जाता है, जब उसकी जान को गंभीर खतरा हो। भारत में सामान्यतः डॉक्टर और जज को लोग भगवान का रूप देवता ही मानते रहे हैं।
ओडि़शा की राजधानी भुवनेश्वर के सम अस्पताल में आग लगने से कम से कम 22 मरीजों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह राज्य में किसी अस्पताल में हुई भयावह घटनाओं में से एक है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक जताया है।