भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन भाजपा में शामिल हो गए है। रविवार को रविकिशन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।
रतलाम जिले के पंचेड़ स्थित आसाराम आश्रम से करीब 61 बीघा शासकीय जमीन मुक्त कराने के बाद अब आयकर विभाग ने पंचेड़ आश्रम व नारायण सांई के नाम पर दर्ज जमीन भी अटैच की है। अघोषित आय और संपत्ति की जांच में विभाग के अहमदाबाद कार्यालय से गुरुवार को आदेश की प्रति मिलने के बाद एडीएम डॉ. कैलाश बुंदेला ने इन संपत्तियों के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कई क्षेेत्रीय पार्टियां ताल ठोकने में जुट गई है। रेप के आरोपित आसाराम के बेटे और खुद भी रेप के आरोपित नारायण साईं की ओजस्वी पार्टी पूर्वांचल की 150सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
खादी के कैलेंडर के से भले ही गांधी जी गायब हो गए हों लेकिन टोपी के माध्यम से गांधी लगता है भारतीय जनता पार्टी में आ जाएंगे। आज 91 साल के दिग्गज कांग्रेसी नेता नारायण दत्त तिवारी अपने बेटे रोहित शेखर के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज कहा कि पार्टी नजीब जंग के इस्तीफा देने के निजी फैसले का सम्मान करती है लेकिन जो कोई भी उपराज्यपाल बनेगा उसके साथ आप सरकार का टकराव जारी रहेगा क्योंकि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी संवैधानिक औचित्य का अनुसरण नहीं करती है।
किसी फिल्म को देखने के लिए सबसे पहले सवाल आता है कि इस फिल्म को क्यों देखना चाहिए। अगर दंगल के बारे में भी यही प्रश्न मन में है तो इसे इसलिए देखना चाहिए कि यह एक विश्वसनीय फिल्म है, किरदारों से लेकर लोकेशन तक, अभिनय से लेकर भावनाओं तक। यह कहानी गीता-बबीता से ज्यादा महावीर सिंह फोगाट की कहानी है।
बड़े अफसर आकाओं ने ऐलान कर दिया है कि सरकार अब भारतीय मुद्रा रुपये के नगदी खर्च पर सेस के रूप में अतिरिक्त कर वसूलने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द निर्णय हो सकता है। संभव है यह कर दो-चार प्रतिशत ही हो। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि दुनिया में महान भारत अकेला ऐसा देश होगा, जहां ‘नगद नारायण’ को प्रणाम करने के बजाय यथासंभव दूर रखने में अपना कल्याण समझेंगे।
आमिर खान की साल 2001 में आई फिल्म दिल चाहता है मील का पत्थर बन चुकी है और सुपरस्टार ने महिला किरदारों के साथ इस फिल्म का फिर से निर्माण करने के विचार का स्वागत किया है।
जयललिता अपने राज्य के लोगों के दिलों में राज करतीं थी। गरीबों के लिए उनके दिल में बहुत दर्द था जो उनकी योजनाओं से झलकता है। वह कुशल प्रशासक थीं इसकी वजह से तमिलनाडु में न सिर्फ कानून-व्यवस्था स्थिति अच्छी रही बल्कि वहां विकास के काफी काम भी हुए। यह कहते हुए जयललिता को पहली बार 1991 में शपथ दिलाने वाले तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह भावुक हो जाते हैं।
देशभर के सिनेमाघरों में फिल्म दिखाने से पहले राष्ट्रगान जरूर बजाने और इस दौरान लोगों को सम्मान स्वरूप खड़ा होने के शीर्ष अदालत द्वारा कल दिये गये निर्णय पर भोपाल के याचिकाकर्ता एवं इंजीनियर से सामाजिक कार्यकर्ता बने श्याम नारायण चौकसे ने संतोष व्यक्त किया है।