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Search Result : "नोबेल शांति पुरस्कार"

क्वीन कंगना

क्वीन कंगना

राष्ट्रीय पुरस्कार घोषित हो गए हैं। इसी घोषणा के साथ प्रियंका चोपड़ा का राष्ट्रीय पुरस्कार पाने का ख्वाब टूट गया। मैरी कॉम को लोकप्रिय फिल्म का खिताब तो मिला पर यह फिल्म न श्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में आ सकी न प्रियंका को श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। कंगना रणौत ने क्वीन के लिए बाजी मार ली है।
तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्राा समाप्त कर स्वदेश लौट आए। तीन देशों - सेशल्स, माॅरीशस और फिर श्रीलंका - की यात्रा के अंतिम दिन मोदी जाफना का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्राी बने।
साहित्य सम्मेलन क्यों हों

साहित्य सम्मेलन क्यों हों

सन 2014 का ज्ञानपीठ पुरस्कार मराठी लेखक भालचंद्र नेमाड़े को दिया जाएगा। नेमाड़े अपने उपन्यास हिंदू – जगण्याची अड़गळ के लिए जाने जाते हैं। मराठी भाषा में अड़गळ का अर्थ होता है ऐसा कबाड़ जो संभाल कर रखा जाता है। ऐसे कबाड़ को प‌रिभाषित करने वाले नेमाड़े बहुत बेबाकी से बोलते हैं।
मजबूत सेना चाहते है राष्ट्रपति

मजबूत सेना चाहते है राष्ट्रपति

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि भारत को सिर्फ शांति सुनिश्चित करने के लिए ही नहीं बल्कि अपनी क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए भी मजबूत रक्षा बलों की जरूरत है।
श्वार्जनेगर को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

श्वार्जनेगर को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

दुन‌िया भर में बॉडी ब‌िल्डर्स के मसीहा और टर्म‌िनेटर फ‌िल्म के अभ‌िनेता ऑर्नल्ड श्वार्जनेगर को इंटरनेशनल लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया है। यह अवॉर्ड उन्हें जर्मनी के हैमबर्ग में आयोजित गोल्डन कैमरा पुरस्कार समारोह में द‌िय‌ा गया। श्वार्जनेगर को ‘ट्विन्स’ में उनके सह कलाकार डैनी डेविटो ने इस पुरस्कार से नवाजा। दोनों एक साथ 1988 में बेहद सफल कॉमेडी फिल्म ‘ट्विन्स’ के रिलीज होने के 27 साल बाद द‌िखे। फिल्म में दोनों ने जुड़वां भाईयों की भूम‌िका ‌न‌िभ‌ाई थी।
शायर! ओ शायर!

शायर! ओ शायर!

हाल ही में भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से नवाजी गई कवयित्री की कविताएं
ऑस्कर पुरस्कारों का भ्रम

ऑस्कर पुरस्कारों का भ्रम

ऑस्कर पुरस्कारों को लेकर सम्पूर्ण दुनिया में एक मोह और भ्रम पाया जाता है| इन्हें ऐसे पेश किया जाता है जैसे यह दुनियाभर के सिनेमा का मानदंड हों।
अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

नोबल पुरस्कार विजेता और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अमर्त्य सेन ने गहरी पीड़ा से लिखे पत्र में इस बात का खुलासा किया है कि केंद्र सरकार उन्हें इस विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर दूसरी पारी नहीं देने की इच्छुक है। इस पत्र के बाद से आकादमिक जगत में बढ़ती राजनीतिक दखलंदाजी पर तीखी चर्चा शुरू हो गई है।