अपनी स्थापना के 85 साल पूरे कर चुके राष्ट्रपति भवन को विरासत स्थल का दर्जा मिलने के बाद पहली बार हेरिटेज कंजर्वेशन प्लान (विरासत संरक्षण योजना) के तहत यहां काम शुरू किया गया है।
भारत और आस्ट्रेलिया की चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच सोमवार को फिर तनातनी देखने को मिली जब तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और युवा सलामी बल्लेबाज मैट रेनशा के बीच यहां तीसरे टेस्ट के पांचवें दिन तीखी बहस हुई।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि विश्वविद्यालयों और अकादमिक संस्थानों को निर्बाध बौद्धिक बहस के लिए पूर्वाग्रह, हिंसा या किसी कट्टर सिद्धांत से अवश्य ही मुक्त होना होगा। नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के विदाई सत्र में मुखर्जी ने कहा कि नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला के प्राचीन शिक्षण केंद्रों ने छात्रों और शिक्षकों के रूप में दुनिया भर से मेधावी लोगों को आकर्षित किया।
सूडान के राष्ट्रपति उमर अल बशीर ने अपने एक प्रमुख सहयोगी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। वर्ष 1989 में तख्तापलट के बाद सत्ता में आने पर उन्होंने इस पद को समाप्त कर दिया था।
निर्भया कांड के पश्चात किशोर न्याय अधिनियम में किए गए संशोधन के बाद मध्यप्रदेश के झाबुआ की एक अदालत ने दो नाबालिगों को हत्या के आरोप में वयस्क की श्रेणी में रखा और उन्हें दोषी ठहराए जाने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली बहस की चुनौती दी है। अखिलेश यादव ने कि समाजवादी पार्टी का काम बोलता है और मोदी जी सिर्फ मन की बात करते हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधी बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव का मैदान हार चुके हैं, इसीलिए उनकी भाषा बदल गई है।
मणिपुर की पहली मुस्लिम महिला उम्मीदवार नाजीमा बीबी का कहना है कि उनके चुनाव लड़ने के खिलाफ फतवा जारी होने के बावजूद वह घरेलू हिंसा के खिलाफ अपनी लड़ाई और मुस्लिम महिलाओं के उत्थान के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगी।
साहित्यिक संस्था ‘हुत’ की छत्तीसवें एकल काव्यपाठ में 73 वर्षीय कवि बजरंग बिश्नोई ने अपनी धर्मयुग में 1964 में प्रकाशित पहली कविता से लेकर आज तक रची/छपी कविताओं में से एक दर्जन का पाठ किया। कविताओं पर चर्चा में उनकी खामियों-खूबियों पर बहस के साथ ही कथ्य की सराहना हुई, खास कर खुदाबख्स उर्फ खुटईं , गोपी, आदतन, पत्नी के फूल चुनते हुए , अपने खिलाफ और एक विभावना है शहर शीर्षक कविताओं की।
लंबे समय से कांग्रेसी उम्मीद लगाए बैठे थे कि गांधी परिवार की ओर से प्रियंका गांधी यूपी के चुनाव प्रचार करने मैदान में उतरेंगी और उनकी यह उम्मीद आखिरकार शुक्रवार को पूरी हो गई।