दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अब कानून मंत्रालय का भी कार्यभार दे दिया गया है। इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा को कानून मंत्री बनाया गया था।
पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ स्थानीय निकाय चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सत्तारूढ़ पीएमएल-एन को छोड़ मुस्लिम लीग के सभी धड़ों को मिलाकर एक नई पार्टी बना सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस नई पार्टी के प्रमुख के रूप में वह राजनीतिक में शीघ्र ही वापसी कर सकते हैं।
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को एक बड़ा फैसला करते हुए अपने दो सांसदों को निलंबित कर दिया। पंजाब से आने वाले इन दोनों सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित किया गया है। लेकिन यह भी सच है कि इन दोनों सांसदों को योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का करीबी माना जाता था। और यही कारण है कि पार्टी में काफी दिनों से इन पर कार्रवाई की चर्चा चल रही थी।
पिछले साल भारतीय जनता पार्टी केंद्र में सत्ता में क्या आई 1990 के दशक के मजहबी और जातिगत टकराव के गड़े मुर्दे मानो फिर से उखाड़े जाने लगे। एक तरफ जनगणना में धार्मिक समुदायों की जनसंख्या वृद्धि के चुनिंदा आंकड़े पूर्वाग्रह के रंग में रंगकर धीरे-धीरे सामाजिक और मुख्यधारा मीडिया में टपकाए जाने लगे और दूसरी ओर सत्तारूढ़ दल और उसके परिवार के तरह-तरह के गेरुआधारी ‘पूतों फलों’ और ‘घर वापसी’ के भड़काऊ भाषणों के जरिये बहुसंख्यक समुदाय का भयादोहन कर अल्पसंख्यकों के विरुद्ध उन्माद पैदा करने की कोशिश करने लगे। नतीजतन देश में कई जगह अल्प तीव्रता वाले सांप्रदायिक उपद्रव होने लग गए, खासकर उन राज्यों में जहां विपक्ष की सरकारें थीं और आगे चुनाव होने थे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक साथ मंच साझा करने से कांग्रेस असमंजस की स्थिति में आ गई है। दरअसल दिल्ली में कांग्रेस लगातार आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रही है और बिहार में जदयू के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रही है। ऐसे में कांग्रेस नीतीश कुमार के मंसूबों को समझ नहीं पा रही है।
गुजरात में अराजकता का नया चेहरा उभरकर सामने आया है जिसकी भाषा तोगड़िया सी है और कार्यशैली केजरीवाल जैसी। जो बंदूक और रिवॉल्वर से प्यार करता है और जिसके समर्थक ओडी तथा मर्सिडीज में बैठकर आरक्षण मांगने आते हैं। कानून उनके लिए कुछ भी नहीं है, अगर उन्हें मनमानी करने से रोका जाता है तो दंगा-फसाद से भी परहेज नहीं करते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है लेकिन इस सरगर्मी के बीच सबसे ज्यादा असमंजस आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच है। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की करीबी रही परवीन अमानुल्लाह अब आदमी पार्टी की नेता हैं जो कि लगातार क्षेत्र में काम कर रही हैं। लेकिन खबर यह आ रही है कि आम आदमी पार्टी बिहार चुनाव में नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है ऐसे में अब यह कार्यकर्ता क्या करें इसको लेकर संशय बना हुआ है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव एक बार फिर विवादास्पद बयान की वजह से सुर्खियों में हैं। अब उनका बयान सामने आया है कि एक महिला के साथ चार पुरुष रेप (दुष्कर्म) कर ही नहीं सकते। रेप एक व्यक्ति करता है लेकिन चार लोगों को नामजद कर दिया जाता है।
मुसलमान औरत के दिल में आजादी की तड़प की थाह लेने की जब-जब कोशिश की गई है तो भीतर ज्वालामुखी की तपिश को महसूस किया गया। वे भी यह जताने को बेसब्र हैं कि वे भी मुकम्मल आजादी की तलबगार हैं। वे नहीं चाहतीं कि उनके शौहर को एक से अधिक निकाह करने का हक हो। वे तलाक-तलाक-तलाक यानी मुंह जबानी तलाक के खिलाफ हैं।