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चिर युवा कृष्णा सोबती

चिर युवा कृष्णा सोबती

कृष्णा सोबती सबसे उम्र दराज ज्ञानपीठ विजेता हैं। 92 साल की उम्र में भी वह लेखन को लेकर उतनी ही सजग और...
यतीन्द्र मिश्र को मिलेगा ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान

यतीन्द्र मिश्र को मिलेगा ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान

भारत सरकार के फिल्म समारोह निदेशालय ने यतीन्द्र मिश्र को ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान से नवाजने का निर्णय लिया है। हिंदी कवि, संपादक और संगीत अध्येता मिश्र को यह सम्‍मान देने की घोषणा बीते सात अप्रैल को की गई।
केशरीनाथ त्रिपाठी को लंदन में मिला वातायन शिखर सम्मान

केशरीनाथ त्रिपाठी को लंदन में मिला वातायन शिखर सम्मान

लंदन की संस्था ‘वातायन’ ने इस बार अपना सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय वातायन शिखर सम्मान पश्चिम बंगाल (भारत) के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को प्रदान किया। त्रिपाठी एक विख्यात लेखक और कवि हैं और अब तक उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
भाजपा विधायक ने की जिन्ना हाउस गिराने की मांग

भाजपा विधायक ने की जिन्ना हाउस गिराने की मांग

भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढा ने आज मांग की कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के दक्षिण मुंबई स्थित आवास जिन्ना हाउस को गिराया जाए और उसकी जगह एक सांस्कृतिक केंद्र बनाया जाए।
एग्जिट पोल का प्रकाशन चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन है: चुनाव आयोग

एग्जिट पोल का प्रकाशन चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन है: चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने एक संगठन द्वारा किये गये एग्जिट पोल :मतदान बाद सर्वेक्षण: का प्रकाशन एक दैनिक समाचार पत्र में होने संबंधी खबर का संज्ञान लेते हुये सोमवार को कहा कि विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया जारी रहने के मद्देनजर यह चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन है।
तीन महीने की पाबंदी के बाद छपा कश्मीर रीडर

तीन महीने की पाबंदी के बाद छपा कश्मीर रीडर

जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से पाबंदी लगाने के करीब तीन महीने बाद स्थानीय अंग्रेजी दैनिक कश्मीर रीडर आज फिर से बाजार में आ गया। सरकार ने इस अखबार पर यह आरोप लगाते हुए रोक लगा दी थी कि इसका प्रकाशन घाटी में शांति व्यवस्था के लिए खतरा है।
नोटबंदी से किताबों की बिक्री घटी, प्रभावित हो सकता है विश्व पुस्तक मेला

नोटबंदी से किताबों की बिक्री घटी, प्रभावित हो सकता है विश्व पुस्तक मेला

नोटबंदी के एक महीने बीतने के बाद भी कोलकाता के प्रकाशन उद्योग केन्द्र कॉलेज स्ट्रीट के प्रकाशकों का कहना है कि हाल के वर्षों में इस अवधि में होने वाली किताबों की बिक्री इस साल घटकर उसके दसवें हिस्से पर पहुंच गई है।
1984 के दंगे की दास्तां बयां करती किताब

1984 के दंगे की दास्तां बयां करती किताब

देश के सामाजिक ताने-बाने को हमेशा के लिए बदल कर रख देने वाले 1984 के सिख विरोधी दंगों की रोंगटे खड़े करने वाली दास्तां को कहानियों के रूप में एक नई किताब में पेश किया गया है।
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