रानाघाट कॉन्वेंट स्कूल में एक वृद्ध नन के साथ बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपियों में से एक 28 वर्षीय बांग्लादेशी को यहां के सियालदह रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिल्ली में बलात्कार पीड़िता की ‘टू फिंगर जांच’ की अनुमति देने के एक दिन बाद ही आम आदमी पार्टी की सरकार ने चौतरफा विरोध के बाद इससे हाथ पीछे खींच लिए हैं।
धर्मशाला में हुए कथित बलात्कार मामले को लेकर दिनभर राजनीतिक माहौल गरम रहा। पुलिस ने प्रेस वार्ता कर गैंगरेप की घटना से साफ इंकार कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वे मामले की छानबीन कर रही है। उधर मुख्यमंत्री वीरभद्र ने कहा कि यह राजनीतिक षडयंत्र है। जांच की जा रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि लड़की का इस्तेमाल सरकार की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है
धर्मशाला बलात्कार मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। माना जा रहा है कि इस बलात्कार में राज्य के रसूखदार लोग शामिल हैं, इसलिए सरकार ने इसपर चुप्पी साध रखी है। बीते शुक्रवार को धर्मशाला के डिग्री कॉलेज की प्रथम समेस्टर की छात्रा से हुए बलात्कार की खबर ने पूरे हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है।
(एजेंसी) 38 साल बाद बिना न्याय पाए अरुणा शानबाग ने आखिरकार दुनिया को अलविदा कह दिया है। शानबाग हमारे देश में महिलाओं के प्रति गंभीर यौन अपराध, कुंठित सामाजिक व्यवस्था, ढीली न्याय व्यवस्था का जीता जागता सुबूत थी।
38 साल बाद बिना न्याय पाए अरुणा शानबाग ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। जैसे ही अरुणा शानबाग की मौत की खबर की पुष्टि हुई, सोशल मीडिया पर हैशटेग # Aruna shanbaug पर सेलिब्रिटिज समेत तमाम लोगों ने अरुणा के प्रतिं संवेदना जाहिर की। कुछ ने बलात्कार पर कानून के ढीले रवैये पर गुस्सा जाहिर किया तो कुछ ने समाज पर। इस बीच ज्यादातर लोगों ने मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल के स्टाफ की उन नर्सों को सलाम किया, जो बिना स्वार्थ के पिछले 38 सालों से अरुणा की सेवा कर रही थीं। फेसबुक और टि्वटर पर अरुणा को श्रद्धांजलि संबंधी कुछ टिप्पणियां-
राजस्थान के नागौर जिले के डांगावास गांव में दबंग जाट जाति के एक व्यक्ति की हत्या के बाद में तीन दलितों को ट्रैक्टर से रौंद कर मार डालने की घटना के बाद सामाजिक तनाव गहरा गया है।
पंजाब के मोगा जिले में चलती बस में 14 साल की बच्ची कडंक्टर और उसके दोस्तों की छेड़छाड़ का शिकार हुई। मुखालफत करने पर मां-बेटी को चलती बस से फेंक दिया गया। लड़की की मौके पर मौत हो गई जबकि मां की हालत गंभीर है। अहम बात यह है कि यह बस पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की है।
भारत सरकार ने कहा है कि पत्नी से बलात्कार की अवधारणा भारत में लागू नहीं हो सकती है क्योंकि यहां विवाह को संस्कार माना जाता है। इस तर्क के आधार पर सरकार ने वैवाहिक संबंधों में होने वाले बलात्कार को कानूनन अपराध बनाने से इंकार कर दिया है। इस बारे में गृह राज्य मंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी के बयान से देश में नई बहस छिड़ गई है।
लंबे समय बाद हरियाणा के ब्रांड एंबैसेडर और योग गुरू बाबा रामदेव की दवाएं फिर राज्यसभा में चर्चा का विषय बनीं। जेडी (यू) महासचिव केसी त्यागी ने संसद में कहा कि दिव्य फार्मेसी ‘ पुत्रजीवक बीज ’ के नाम से बेटा पैदा करने की दवा बेचती है। उन्होंने इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग की है, जबकि देश में बेटियां कम होती जा रही हैं।
राजनीतिक नेताओं द्वारा बलात्कार के लिए खुद महिलाओं को दोषी ठहराने की परंपरा में गोवा के मंरी दीपक धावलीकर का नाम भी जुड़ गया है। महिलाविरोधी चिंतन की कितना हावी है कि खुलकर महिला को ही अपने ऊपर होने वाली हिंसा के लिए दोषी ठहराया जाता है।