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थरूर ने की राष्ट्रपति प्रणाली की वकालत

थरूर ने की राष्ट्रपति प्रणाली की वकालत

पूर्व केंद्रीय मंत्री और तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर का मानना है कि भारत के लिए प्रजातंत्र का वेस्टमिनिस्टर माडल उपयुक्त नहीं है। वह चाहते हैं भारत में राष्ट्रपति प्रणाली लागू की जाए। उनकी नजर में आजादी के 70 साल बाद भी देश में कई रूपों में ब्रिटिश साम्राज्य की नीतियां जारी है। ये वही नीतियां हैं जो हमें विरासत में मिली हैं।
'ब्रिटिश से भारत काे जो नुकसान हुुआ, किसी भी क्षतिपूर्ति से नहीं हो सकता पूरा'

'ब्रिटिश से भारत काे जो नुकसान हुुआ, किसी भी क्षतिपूर्ति से नहीं हो सकता पूरा'

लेखक और नेता शशि थरूर ने कहा कि ब्रिटिश शासनकाल में भारत के लोगों पर जो भीषण अपराध किए गए, भारत को दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक बनाने वाले ब्रिटिशों द्वारा किसी भी तरह की क्षतिपूर्ति उसकी भरपायी नहीं कर सकती।
सरदार पटेल द्वारा देशी रियासतों का एकीकरण बिस्मार्क से बड़ी उपलब्धि: पुस्तक

सरदार पटेल द्वारा देशी रियासतों का एकीकरण बिस्मार्क से बड़ी उपलब्धि: पुस्तक

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद स्वयं को स्वतंत्र मान लेने वाली 562 रियासतों का एकीकरण करके सरदार बल्लभाई पटेल ने जो उपलब्धि हासिल की थी वह वैश्विक इतिहास में ऐसी अद्वितीय घटना है जिसके समक्ष बिस्मार्क भी बौने साबित होंगे। यह टिप्पणी सरदार पटेल पर लिखी एक पुस्तक में की गई है।
ओलीवर हार्ट और बेंग्ट हॉल्मस्ट्रॉम को अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार

ओलीवर हार्ट और बेंग्ट हॉल्मस्ट्रॉम को अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार

अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार की आज घोषणा कर दी गई है। ब्रिटिश-अमेरिकी अर्थशास्त्री अर्थशास्त्री ओलीवर हार्ट और फिनलैंड के बेंगट हॉल्मस्ट्रॉम को इस वर्ष अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करने वाली जूरी ने आज भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी। जूरी ने तीन ब्रिटिश वैज्ञानिकों, डेविड थौलेस, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज को इस साल भौतिकी के नोबल पुरस्कार के लिए चुना है।
स्वतंत्रता सेनानियों के लिए अच्छी खबर, पेंशन में 20 प्रतिशत का इजाफा

स्वतंत्रता सेनानियों के लिए अच्छी खबर, पेंशन में 20 प्रतिशत का इजाफा

भारत सरकार ने देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की मासिक पेंशन में करीब पांच हजार रूपये की वृद्धि की घोषणा की है। इस दायरे में अंडमान द्वीप में बनी सेल्युलर जेल में उस काल में कैद किए गए और ब्रिटिश शासन वाले भारत की सीमा से बाहर रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी भी शामिल हैं।
ब्रिटिश राज की एक और परंपरा पर लगेगा ताला, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट

ब्रिटिश राज की एक और परंपरा पर लगेगा ताला, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट

केंद्र सरकार ने पहले ही कहा था कि वह आम बजट अब कुछ हफ्ते पहले पेश करना चाहती है। सरकार की इस मंशा पर अब आम सहमति भी बन गई है। लिहाजा अब अगले वित्त वर्ष (2017-18) का आम बजट एक फरवरी, 2017 को पेश होगा। बजट की तैयारियां भी जो पहले दिसंबर में शुरु होती थी अब वह नवंबर माह के शुरुआत में ही शुरु हो जाएंगी। इस बारे में जल्द ही कैबिनेट से भी मंजूरी ली जाएगी। सरकार का मानना है कि लगभग 4 हफ्ते पहले बजट पेश करने से इसके प्रावधानों को लागू करने के लिए केंद्र व राज्यों के पास ज्यादा समय होगा।
मुंबई में रॉक शो, मोदी बुलाएंगे और आएंगी मिशेल ओबामा

मुंबई में रॉक शो, मोदी बुलाएंगे और आएंगी मिशेल ओबामा

मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 19 नवंबर को ब्रिटिश रॉक बैंड `कोल्ड प्ले’का शो आयोजित किया गया है। इस बैंड के शो में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा को आमंत्रित किया है। इस इवेंट से होने वाली कमाई का इस्तेमाल महाराष्ट्र के गांवों में शिक्षा, साफ पानी और स्वच्छता के मिशन को लागू करने में खर्च किया जाएगा।
जी20 में मोदी ने कहा, आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करें

जी20 में मोदी ने कहा, आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अत्यधिक बैंकिंग गोपनीयता खत्म करने के लिए जी 20 के सदस्य देशों का आहवान करते हुए साफ किया कि प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ पहल करने के वास्ते पूर्ण प्रतिबद्धता और आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने की जरूरत है। चीन के पूर्वी भाग में स्थित हांगझोउ शहर में आयोजित जी 20 सम्मेलन के दूसरे दिन मोदी ने अपने भाषण में कहा कि प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार, कालाधन और करचोरी से निपटना महत्वपूर्ण है।
राष्ट्र द्रोह बनाम राष्ट्र प्रेम

राष्ट्र द्रोह बनाम राष्ट्र प्रेम

राष्ट्र द्रोह का कानून नया नहीं है। ब्रिटिश राज में भी यही कानून लागू था। आजादी के बाद संविधान निर्माता स्वयं राष्ट्र को समर्पित थे और उन्होंने भारत के विरूद्ध किसी तरह के षडयंत्र और गतिविधि को रोकने एवं कड़ी सजा के प्रावधान कर दिए।
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