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बुडापेस्ट में पहली बार योग के साथ भारतीय रंग

बुडापेस्ट में पहली बार योग के साथ भारतीय रंग

बुडापेस्ट में पहली बार भारतीय दूतावास 17-19 जून तक हंगरी के 9 शहर और 25-26 जून को बोस्निया और हरजेगोविना के 3 शहरों में गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक उत्सव और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। इस संबंध में एक वीडियो भी यूट्यूब पर डाला गया है जिसे पिछले हफ्ते से अब तक हजारों लोग देख चुके हैं।
प्रियंका के आने से कांग्रेस मुक्त भारत में देर होगी : बाबा रामदेव

प्रियंका के आने से कांग्रेस मुक्त भारत में देर होगी : बाबा रामदेव

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए कमर कस ली है। चंडीगढ़ में हुआ योग उत्सव उसी की कड़ी है। तैयारी के लिए बाबा रामदेव पहुंच चुके हैं। प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस मुक्त भारत होने में देर हो सकती है।
योग का संबंध किसी धर्म से नहीं- राजनाथ सिंह

योग का संबंध किसी धर्म से नहीं- राजनाथ सिंह

योग का किसी धर्म कोई संबंध नहीं है जो लोग इस तरह की सोच रखते हैं, उनमें सत्यनिष्ठा, समन्वय और संतुलन की कमी है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय योग उत्सव के समापन पर अवसर पर कही।
बेगूसराय में अंतरराष्ट्रीय नाटकों की धूम

बेगूसराय में अंतरराष्ट्रीय नाटकों की धूम

भिखारी ठाकुर पुरस्कार से सम्मानित युवा रंगकर्मी अमित रौशन, राष्ट्रकवि दिनकर की भूमि बेगूसराय के सुपुत्र हैं। वह बिहार थिएटर की दुनिया का ऐसा नाम हैं जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि रंगमंच की नहीं लेकिन जिस शिद्दत से उन्होंने रंगमंच को गले लगाया और उसे जी रहे हैं।
फिर जी उठे बैजू बावरा

फिर जी उठे बैजू बावरा

11वीं सदी के भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक शहर चंदेरी, जो बुंदेलों और मालवा के शासकों द्वारा बनवाया गया। ऐतिहासिक इमारतों और गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश द्वारा शासित रहा चंदेरी अब खास रेशमी के कपड़ों के लिए भी जाना जाता है। इससे इतर अपने कलात्मक इतिहास के कारण चंदेरी कभी सांस्कृतिक नगरी के रूप में भी जाना जाता था।
राजपथ पर धूमधाम से मना गणतंत्र का उत्सव

राजपथ पर धूमधाम से मना गणतंत्र का उत्सव

सेना के तीनों अंगों के जवानों की शानदार पगड़‍ियां, उजले रौबदार चेहरे, शौर्य से चमकती आंखें और बैंड की धुन पर एक साथ उठते बढ़ते संतुलित कदम आज हल्‍के कोहरे की चादर से लिपटे भव्य राजपथ पर देश के गणतंत्र का 67वां उत्सव मनाने उतरे। इस दौरान देश की सैन्य, सांस्कृतिक और लोक विरासत को भी पूरी सजधज के साथ पेश किया गया।
बॉलीवुड में कोई असहिष्णुता नहीं : काजोल

बॉलीवुड में कोई असहिष्णुता नहीं : काजोल

भारत में असहिष्णुता पर चल रही बहस को महत्व नहीं देते हुए अदाकारा काजोल ने आज कहा कि बॉलीवुड में ऐसी कोई विभाजन रेखा नहीं है। जयपुर साहित्य उत्सव के तीसरे दिन काजोल ने कहा, हमारा उद्योग समाज में जो चल रहा होता है उसे हमेशा दर्शाता रहेगा। बॉलीवुड में कोई विभाजन रेखा नहीं हैं, ना ही जाति, नस्ल है और न ही असहिष्णुता। काजोल के करीबी दोस्त फिल्मकार करण जौहर ने उत्सव के उद्घाटन दिवस पर यह कहकर कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी सबसे बड़ा मजाक है, तूफान ला दिया। हाल के महीनों में, अभिनेता शाहरूख खान और आमिर खान देश में बढ़ती असहिष्णुता के बारे में बोलकर विवादों में आ चुके हैं।
खिड़कियां थिएटर उत्सव

खिड़कियां थिएटर उत्सव

मुंबई में खिड़कियां थिएटर उत्सव की धूम रहती है। रंगमंच के कलाकारों के साथ बॉलीवुड के सितारे में इसमें शामिल होना गर्व समझते हैं।
छाप तिलक की अनूगूंज स्मृतियों में समाहित है

छाप तिलक की अनूगूंज स्मृतियों में समाहित है

अमर प्रेम के प्रतीक स्मृतियों की प्रतिध्वनी ऐतिहासिक महलों से निकलकर जब मंच से गूंजती है, तो वह अपने दीर्घ अनुभवों के प्रकाट्य स्वर बनकर आयोजन की सार्थकता को सिद्ध करती हैं।
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