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Search Result : "मांसाहारी भोजन"

68% सैनिक घटिया भोजन से असंतुष्‍ट, 20-23 % मात्रा भी कम की गई : कैग रिपोर्ट

68% सैनिक घटिया भोजन से असंतुष्‍ट, 20-23 % मात्रा भी कम की गई : कैग रिपोर्ट

देश की सबसे बड़ी ऑडिट एजेंसी, कैग ने अपनी रिपोर्ट मेंं खुलासा किया हैै कि सरहदों में देश की रक्षा में तैनात सैनिको को उच्‍च स्‍तर का खाना नहीं मिलता। रिपोर्ट के अनुसार चीन की पाक सीमा पर तैनात जवानों को ना तो ताजा खाना मिलता है और ना ही खाना उनकी आवश्‍यकता के अनुसार मिलता है। इस रिपोर्ट को मौजूदा संसद के मानसून सत्र में पेश किया गया है। रिपोर्ट में सेना के विभिन्‍न विभागोंं के बीच में तालमेल की कमी और रक्षा मंत्रालय की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए गए हैं।
दलित संतों के साथ शाह ने किया क्षिप्रा में स्नान फिर किया भोजन

दलित संतों के साथ शाह ने किया क्षिप्रा में स्नान फिर किया भोजन

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ के दौरान बुधवार को पहले वाल्मीकि घाट पर दलित साधुओं के साथ स्नान किया फिर बाद में समरसता भोज के तहत भोजन भी ग्रहण किया।
धूमधाम से शुरू हुई गतिमान एक्सप्रेस की पहली यात्रा

धूमधाम से शुरू हुई गतिमान एक्सप्रेस की पहली यात्रा

देश में तेज गति की ट्रेनों के एक नए दौर की शुरूआत करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज देश की तेज रफ्तार की ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली और आगरा के बीच चलने वाली यह ट्रेन इस दूरी को 100 मिनट में तय करेगी। अपने पहले सफर पर मंगलवार को निकलने वाली गतिमान एक्सप्रेस में ट्रेन होस्टेसेज ने यात्रियों का स्वागत गुलाब के फूल देकर किया।
34 देशों के पास अपने लोगों के लिए पर्याप्त भोजन नहीं : संयुक्त राष्ट्र

34 देशों के पास अपने लोगों के लिए पर्याप्त भोजन नहीं : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 34 देश ऐसे हैं जिनके पास अपनी आबादी को खिलाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं है और इनमें से 80 प्रतिशत देश अफ्रीका महाद्वीप के हैं। इस अनापूर्ति के पीछे एक बहुत बड़ी वजह इन देशों का संघर्ष, सूखा और बाढ़ इत्यादि से जूझना बताई गई है।
हर जन्म मोहे बिटिया ही दीजो

हर जन्म मोहे बिटिया ही दीजो

हरियाणा के गांव किनाना के रहने वाले संजय के घर में बेटी पैदा होने पर जश्न मनाया गया। ऐसा पहली दफा हुआ कि बेटी होने पर किसी ने गांव में जश्न मनाया हो। इस मौके पर गांव के लोगों को भोजन करवाया गया और डीजे और ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गाकर कुआं पूजन करवाया गया।
इंदिरा अम्मा के नाम पर हर पेट के लिए दाना-पानी- हरीश रावत

इंदिरा अम्मा के नाम पर हर पेट के लिए दाना-पानी- हरीश रावत

फरवरी 2014 में उत्तराखंड के मुख्य‍मंत्री पद की कमान संभालने वाले हरीश रावत राज्य के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाते हैं। लंबे समय के राजनीतिक जीवन में रावत ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड राज्य बनने के बाद माना जा रहा था कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो रावत को कमान मिल सकती है। लेकिन सियासी कारणों सेे रावत को देर से राज्य की कमान मिली। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जब सरकार बनी तो विजय बहुगुणा को मुख्य‍मंत्री पद दिया गया। उस समय रावत केंद्र सरकार में मंत्री थे। विजय बहुगुणा को बीच कार्यकाल से ही हटाकर हरीश रावत को राज्य की कमान दी गई। दो साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हरीश रावत से विभिन्न मुद्दों पर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने देहरादून के बीजापुर गेस्ट हाउस में विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
इंदिरा अम्मा भोजन का और होगा विस्तार- हरीश रावत

इंदिरा अम्मा भोजन का और होगा विस्तार- हरीश रावत

उत्तराखंड सरकार ने महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए शुरु की गई योजना इंदिरा अम्मा भोजन का और विस्तार करेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आउटलुक से विशेष बातचीत में कहा कि इस योजना से जहां लोगों को पौष्टिक और सस्ता भोजन सुलभ हो रहा हैं वहीं महिलाओं को बड़ी संख्या में रोजगार भी मिल रहा है।
एयर इंडिया: 90 मिनट से पहले मांसाहारी खाना नहीं

एयर इंडिया: 90 मिनट से पहले मांसाहारी खाना नहीं

घाटे में चल रहा सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया ने अपनी घरेलू उड़ानों में मांसाहारी भोजन नहीं परोसने का फैसला किया है। एक जनवरी से 90 मिनट की दूरी तक की यात्रा के दौरान एयर इंडिया अपनी उड़ानों में इकॉनमी क्लास के यात्रियों को मांसाहार भोजन नहीं देगा। राष्ट्रीय विमान सेवा कंपनी ने अपने दिन और रात्रि भोजन के मेन्यु से चाय और कॉफी दोनों को हटाने का भी फैसला किया है।
फास्ट फूड से मुकाबला करेगा पारंपरिक भोजन

फास्ट फूड से मुकाबला करेगा पारंपरिक भोजन

फास्ट फूड के खिलाफ दुनियाभर में शुरू हुई जंग ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है और इसकी शुरआत कल से मेघालय की राजधानी शिलांग में एक स्लो फूड यानि पारंपरिक आहार कार्यक्रम के आयोजन से होने जा रही है।
राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव शिक्षा और पेशे से भले ही इंजीनियर रहे हों, मगर उनका मन सदैव साहित्य और पत्रकारिता में ही रमा रहा । तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र में काफी समय बिताने के बाद अवसर मिलते ही साहित्यिक पत्रकारिता में आ गए। कृतियों में एक उपन्यास, सात कथा संकलन और कथेतर गद्य के बहुचर्चित संकलन उस रहगुजर की तलाश है । संप्रति दैनिक जागरण में साहित्य संपादक।
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