Advertisement

Search Result : "मैगजीन स्टोरी"

कवर स्टोरी: करवट बदलती दलित राजनीति

कवर स्टोरी: करवट बदलती दलित राजनीति

शब्बीरपुर सियासत का क्या कोई नया मुकाम है, जो दलित राजनीति को नई डगर पर ले जाएगा? या फिर बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती की टूटती-बिखरती राजनीति के लिए नए मिट्टी-गारे का काम करेगा और उन्हें फिर से नई ताकत दे जाएगा?
और पीएम मोदी को मात देते हुए ट्रंप बन गए टाइम्‍स पर्सन ऑफ द इयर

और पीएम मोदी को मात देते हुए ट्रंप बन गए टाइम्‍स पर्सन ऑफ द इयर

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2016 का 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' चुना है। इस खिताब के लिए उनका मुकाबला पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राष्ट्रध्यक्षों और राजनेताओं और कलाकारों के साथ था। पाठकों ने 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' के लिए हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी को चुना था। पीएम मोदी पाठकों की नजर में 18 फीसदी वोट के साथ पहले नंबर पर थे। वहीं ट्रंप और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को 7 फीसदी वोट मिले थे।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
रेखा एक अनकही दास्तान

रेखा एक अनकही दास्तान

रेखा अब तक की सबसे रहस्यमयी अभिनेत्री हैं। उनके इर्द-गिर्द एक झीना सा आवरण होता है जो किसी को उनके करीब नहीं पहुंचने देता है। इस सदाबहार अभिनेत्री पर हाल ही में एक पुस्तक आई है, रेखा : एन अनटोल्ड स्टोरी।
धोनी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी

धोनी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी

भारतीय टीम के वनडे और टी-20 कप्तान एमएस धोनी संकट में है। बिजनेस मैगजीन के कवर पेज पर कप्तान धोनी को भगवान विष्णु के रूप छापे जाने के खिलाफ हाईकोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है।
इसक वाली हेट स्टोरी 3

इसक वाली हेट स्टोरी 3

इस फिल्म का नाम ‘किस और स्मूच’ रखा जाता तो भी गलत नहीं होता। क्योंकि फिल्म की कहानी में किस और स्मूच नहीं है बल्कि स्मूच और किस के बीच कहानी है।
बिपाशा की कामना

बिपाशा की कामना

जल्द ही करण ग्रोवर की हेट स्टोरी 3 फिल्म आने वाली है। बिपाशा चाहती हैं की यह फिल्म बहुत सफल हो। यह वही करण हैं जिन्होंने जॉन अब्राहम के बेवफा होने के बाद उन्हें अपना कंधा मुहैया कराया था।
42 साल कोमा के बाद अरुणा शानबाग का निधन

42 साल कोमा के बाद अरुणा शानबाग का निधन

करीब 42 सालों से जिंदा लाश की तरह केईएम अस्पताल के वॉर्ड नंबर 4 में भर्ती अरुणा शानबाग की मौत हो गई। तीन दिन पहले उन्हें निमोनिया के चलते आईसीयू में रखा गया था।
Advertisement
Advertisement
Advertisement