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वाराणसी: बाबा जय गुरुदेव के कार्यक्रम में भगदड़, 18 श्रद्धालुओं की मौत, 60 घायल

वाराणसी: बाबा जय गुरुदेव के कार्यक्रम में भगदड़, 18 श्रद्धालुओं की मौत, 60 घायल

उत्तर प्रदेश के चंदौली और वाराणसी जिले की सीमा पर शनिवार सुबह हुए एक बड़े हादसे में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए। यह हादसा बाबा जय गुरुदेव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ की वजह से पेश आया।
'अकाल में उत्सव' पर चर्चा 16 को भोपाल में

'अकाल में उत्सव' पर चर्चा 16 को भोपाल में

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 16 अक्टूबर को युवा कथाकार पंकज सुबीर के बहुचर्चित उपन्यास अकाल में उत्सव पर केंद्रित एक पुस्तक चर्चा का आयोजन किया गया है।
राजेश खन्ना पर नसीर की टिप्पणी से बिफरीं ट्विंकल ने किया पटलवार

राजेश खन्ना पर नसीर की टिप्पणी से बिफरीं ट्विंकल ने किया पटलवार

वरिष्ठ अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की राजेश खन्ना पर कथित टिप्पणी को लेकर ट्विंकल खन्ना ने पलटवार किया है। अपनी टिप्पणी में शाह ने कथित तौर पर कहा था कि 70 के दशक में हिंदी फिल्म उद्योग में मध्यम स्तर लाने के लिए राजेश खन्ना जिम्मेदार हैं।
आरएसएस समर्थक पत्रिका ने कोसा मीडिया को

आरएसएस समर्थक पत्रिका ने कोसा मीडिया को

हेलीकॉप्टर करार के मुद्दे पर अपने पक्ष में रिपोर्टिंग के लिए अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी की ओर से पत्रकारों को कथित तौर पर मैनज करने की खबरों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थक एक पत्रिका ने कहा है कि मीडिया में बहुत ज्यादा गिरावट आई है। इस पत्रिका ने कहा कि मीडिया को अपनी विश्वसनीयता खत्म होने से बचाने के लिए आत्म-नियंत्रण की जरूरत है।
मिसिंग पर्सन पुस्तक हिंदी में

मिसिंग पर्सन पुस्तक हिंदी में

हर व्यक्ति का अपना एक अतीत होता है। बल्कि कहना गलत न होगा कि हमारा वर्तमान हमारे अतीत की नींव पर टिका होता है। ऐसे में अगर हमारे भीतर से अतीत विस्मृत हो जाए तो हमारा पूरा वजूद डावांडोल होने लगता है। हम अपनी पहचान के संकट से आक्रांत हो उठते हैं। ऐसे में किसी संवेदनशील व्यक्ति का अपने अतीत की तहों में उतरकर स्मृतियों के रेशे तलाशना स्वाभाविक है।
प्रबंधन, आईटी, विधि की पढ़ाई हिंदी में कराने की पहल

प्रबंधन, आईटी, विधि की पढ़ाई हिंदी में कराने की पहल

हिंदी भाषी छात्रों के लिए प्रबंधन, आईटी, फिल्म, पत्रकारिता जैसे विषयों में रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देते हुए महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा ने इन विषयों में हिंदी माध्यम में पाठ्यक्रम तैयार किए हैं और शिक्षा को आगे बढ़ाने की पहल की है।
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