रक्षाबंधन पर उत्तर प्रदेश की सियासत के अनोखे रंग देखने को मिले। राजनैतिक अनबन के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंधन के इस पर्व में अपने चाचा और सरकार में मंत्री शिवपाल यादव के घर पहुंचे।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में देश-विदेश से आए मेहमान, कई धर्म गुरु और मंत्रियों ने विश्व रक्षाबंधन दिवस मनाया। इसके पीछे उद्देश्य इतना था कि यह पर्व लोगों के बीच एकता और भाईचारे को मजबूत कर सके।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज विश्व रक्षाबंधन दिवस मनाया गया जिसमें आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार और भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी और विभिन्न धर्मों से जुड़े धर्मगुरू और विद्वान भी शामिल हुए।
रंगों का त्योहार होली हो या रोशनी का उत्सव दीवाली- समाज के हर वर्ग को साथ मिलकर खुशियां बांटने की प्रेरणा देता है। यूं देश के शीर्ष नेता औपचारिक शुभकामना संदेश देते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में राजनीति में सक्रिय नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जिस तरह की जहरभरी पिचकारियां चलती हैं, वह समाज और लोकतंत्र के लिए खतरनाक बनती जा रही हैं।
सभी को होली का इंतजार है लेकिन इस त्योहार में पिचकारी, गुब्बारों, डाई और गुलाल में प्रयोग जाने वाले रंग त्वचा और बालों के लिए सुरक्षित नहीं होते हैं। इनमें माइका और लैड जैसे रसायनिक पदार्थ होते हैं। जिससे न केवल त्वचा में जलन पैदा होती है बल्कि यह सब सिर की चमड़ी पर जमा भी हो जाते हैं। होली खेलने के बाद त्वचा निर्जीव सी हो जाती है। इस मौके पर त्वचा की देखभाल के लिए हम बता रहे हैं कुछ खास उपायः
पूरे साल भर आप जिस त्वचा को संभाल कर रखते हैं, होली के दिन उसे थोड़ा-बहुत नुकसान तो हो ही जाता है। कितना भी प्राकृतिक रंगों बात की जाए लेकिन उनमें केमिकल होना तय है।
होली का त्योहार आते ही फागुनी मस्ती में मिठास घुल जाती है। इस मिठास का स्वाद और बढ़ जाता है जब इसमें गुझिया की खुशबू और रंगत भी शामिल हो जाते हैं। होली के पर्व पर यह खास पकवान घर-घर बनाया जाता है।