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Search Result : "रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान"

तीसरा टेस्ट भारत 237 रन से जीता

तीसरा टेस्ट भारत 237 रन से जीता

भारत ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरे क्रिकेट टेस्ट में वेस्टइंडीज को 237 रन से शिकस्त देकर चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। सेंट लूसिया में हुए इस टेस्ट का एक पूरा दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था लेकिन गेंदबाजी इकाई के दमदार प्रदर्शन से भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को 47.3 ओवर में 108 रन के अंदर समेट दिया जिसे 87 ओवर में जीत के लिए 346 रन का लक्ष्य मिला था।
क्यूबा: लंबे समय तक अमेरिका को टक्कर देने वाले फिदेल कास्त्रो 90 साल के हुए

क्यूबा: लंबे समय तक अमेरिका को टक्कर देने वाले फिदेल कास्त्रो 90 साल के हुए

लगभग 49 साल तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रहे क्रांतिकारी फिदेल कास्त्रो ने 90 साल के हो गए हैं। उनके जन्मदिन पर क्यूबा में जगह-जगह पर लोग जश्न मान रहे हैं। कास्त्रो ने लोगों की शुभकामनाओं के लिए उनका आभार प्रकट किया और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आलोचना की।
राज्यों के व्यंजनों पर उमड़ रही है भीड़

राज्यों के व्यंजनों पर उमड़ रही है भीड़

सावन की घटाओं एवं रिमझिम फुहारों के बीच शुक्रवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इंडिया गेट पर सात दिवसीय भारत पर्व का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन एवं कला राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉं. महेश शर्मा एवं सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, केंद्रीय पर्यटन सचिव विनोद जुत्‍शी भी उपस्थित थे।
दिवंगत मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता पर हमला बोल चौतरफा घिरे ट्रंप

दिवंगत मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता पर हमला बोल चौतरफा घिरे ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध में मारे गए मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता को फटकारते हुए कहा कि उन्होंने हजारों रोजगारों का सृजन किया है और सवाल उठाया कि क्या सैनिक की मां को कभी बोलने की भी इजाजत दी जाती है। सैनिक के पिता ने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्होंने देश के लिए कोई बलिदान नहीं दिया है।
मानवीय भावनाओं की कहानी - मंगलसूत्र

मानवीय भावनाओं की कहानी - मंगलसूत्र

सुपरिचित कथाकार। बाल साहित्य पर भी बहुत काम और बच्चों के लिए कई कहानी पुस्तकें प्रकाशित। मोबाइल, लड़की जो देखती पलटकर, नेम प्लेट चर्चित कहानी संग्रह। कई पुरस्कार एवं सम्मान। अखबारों में सामयिक मुद्दों पर लगातार लेखन।
नामवर सिंह के जन्मदिन समारोह में आया, अब कोई असहिष्णु नहीं कहेगा – राजनाथ

नामवर सिंह के जन्मदिन समारोह में आया, अब कोई असहिष्णु नहीं कहेगा – राजनाथ

यह किसी साहित्यकार की पूंजी ही है जो पिछले दो दिनों से प्रेम के रूप में नामवर सिंह पर खर्च हो रही है। एक साहित्यकार के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जीवन के 90 वसंत बीत जाने के बाद कोई बच्चों सी पुलक और उत्साह के साथ उसका जन्मदिन मनाए। नामवर सिंह अपनी पीढ़ी के इकलौते बुद्धिजीवी, साहित्यकार, आलोचक और ऐसे व्यक्ति हैं जिनका सभी वर्ग में समान अधिकार है।
बरखा का हमला : अर्नब पत्रकार होकर खुद मीडिया के दमन का कर रहे समर्थन

बरखा का हमला : अर्नब पत्रकार होकर खुद मीडिया के दमन का कर रहे समर्थन

टाइम्‍स नाउ में मंगलवार को प्रसारित हुए अर्नब गोस्‍वामी के शो में कश्मीर पर वार्ता में पाकिस्तान को शामिल करने का समर्थन करने को लेकर परिचर्चा की गई। इस शो में संपादक अर्नब गोस्‍वामी के मीडिया के प्रति नकारात्‍मक रवैये को लेकर एनडीटीवी की बरखा दत्‍त ने उन पर हमला बोला है।
राजेश खन्ना पर नसीर की टिप्पणी से बिफरीं ट्विंकल ने किया पटलवार

राजेश खन्ना पर नसीर की टिप्पणी से बिफरीं ट्विंकल ने किया पटलवार

वरिष्ठ अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की राजेश खन्ना पर कथित टिप्पणी को लेकर ट्विंकल खन्ना ने पलटवार किया है। अपनी टिप्पणी में शाह ने कथित तौर पर कहा था कि 70 के दशक में हिंदी फिल्म उद्योग में मध्यम स्तर लाने के लिए राजेश खन्ना जिम्मेदार हैं।
जीएसटी पर नीतीश के समर्थन से दुविधा में कांग्रेस

जीएसटी पर नीतीश के समर्थन से दुविधा में कांग्रेस

गुड एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को लेकर जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस में सहमति नहीं बन पा रही है। बिहार में जदयू की सहयोगी कांग्रेस की इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है। जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुले तौर पर जीएसटी का समर्थन किया है। इसको लेकर कांग्रेस पर भी दबाव बढ़ा है।
अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे उम्रदराज पैरवीकार हाशिम अंसारी के बुधवार को हुए निधन से मुसलमानों और हिन्दुओं समेत पूरे समाज में दुख का माहौल है। विवादित ढांचा विवाद के आखिरी मूल वादी अंसारी ने कभी भी मुद्दे को लेकर सियासत नहीं की। सारी जिंदगी मुकदमे की पैरवी में निकाल देने वाले अंसारी को समाज का हर वर्ग और तबका सम्मान की नजर से देखता था।