वे मानव शरीर को ‘मंदिर’ मानते थे। मंदिर की तरह ही अपने शरीर की उन्होंने देखभाल की। 104 साल की उम्र पाई। यहां बात देश के पहले मिस्टर यूनिवर्स मनोहर आइच की हो रही है। रविवार को उनका निधन हो गया। वे अपने ‘मंदिर’ को मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर गए। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में उनका ‘मंदिर’ यानी शरीर मेडिकल के विद्यार्थियों के रिसर्च के काम आएगा।
एक समय में राम मंदिर आंदोलन की सक्रिय सदस्य रहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती बातचीत के माध्यम से लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद का समाधान चाहती हैं। हालांकि विवादित भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को अपना नायक बताते हुए मंत्री ने उनकी सराहना की। उन्होंंने कहा कि वह स्वामी के वचन पर विश्वास करती हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का काम इस वर्ष के आखिर तक शुरू हो जायेगा।
वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने एक नए संविधान की जरूरत बताई है। आउटलुक की प्रज्ञा सिंह से बातचीत में उन्होंने कहा कि संविधान पर नए सिरे से विचार किए जाने की जरूरत है।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबहेड़ा के समीप आज आतंकवादियों द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के काफिले पर घात लगाकर किए गए हमले में तीन जवान शहीद हो गए जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के आगामी चुनावों के लिए कमर कस रही भाजपा भले ही दावा करे कि चुनाव विकास पर लड़ा जाएगा लेकिन राम मंदिर को लेकर ध्रुवीकरण की तैयारी, 10 जून को बड़ा आयोजन
राज्यसभा के दि्ववार्षिक चुनावों में इस बार जिनका चुना जाना तय है उनमें एक हैं देश के विख्यात कानूनविद राम जेठमलानी जो कि लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नुमाइंदे के रूप में राज्यसभा में बैठेंगे। अपना यह कार्यकाल पूरा करने पर जेठमलानी की उम्र करीब-करीब 99 वर्ष होगी।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भाजपा अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर नहीं बल्कि विकास के मुद्दे पर लड़ेगी क्योंकि राम मंदिर निर्माण राजनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक मुद्दा है।
भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई ने कहना है कि कल रात नासिक में एक समूह ने उनकी कार पर हमला किया जिससे उन्हें मामूली खरोंच आी है और साथी कार्यकर्ता घायल है।
भारतीय जनता पार्टी ने असम को आधार बनाकर संपूर्ण पूर्वोत्तर में न केवल अपना जनाधार बढ़ाना आरंभ कर दिया है, बल्कि उसी दिशा में आगे बढ़ चुकी है। वैसे भी गुवाहाटी पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार है और गुवाहाटी में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार बन चुकी है। उसी तरह भाजपा अब दिसपुर में प्रवेश करने के बाद संपूर्ण पूर्वोत्तर में अपना प्रभाव बढ़ाने के अभियान में लग गई है।