आज से शुरू ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज सुबह गोवा पहुंचे। जहां उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की।
भारत और रूस ने मिसाइल प्रणालियों, जंगी जहाजों की खरीद और हेलीकॉप्टरों के संयुक्त उत्पादन सहित कई बड़े रक्षा सौदों पर आज हस्ताक्षर किए। इसके अलावा दोनों देशों ने कई सारे अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर फैसला किया और एकजुट होकर आतंकवाद की बुराई से लड़ने का संकल्प लिया।
रूस की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी रोजनेफ्ट और उसके भागीदारों ने भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी पेट्रोलियम कंपनी एस्सार ऑयल के अधिग्रहण का आज करार किया। पूरी तरह नकद लेन-देन के आधार पर हुए इस सौदे का मूल्य करीब 13 अरब डालर आंका गया है।
गोवा में 15 अक्तूबर से शुरू हो रहेे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और बिम्सटेक सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 राष्ट्राध्यक्षों के साथ दोतरफा संबंधों को लेकर बातचीत करेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के साथ भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता भी मोदी शामिल होंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के चुनाव प्रचार अभियान दल ने विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे पर रूस की मिलीभगत से क्लिंटन की ईमेल प्रणाली को हैक कर उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने का आरोप लगाया।
ब्रिक्स देशों यानी ब्राजील, रूस, भारत, दक्षिण अफ्रीका और चीन के शासनाध्यक्षों की बैठक 15 और 16 अक्टूबर को भारत के समुद्र तटीय राज्य गोवा में होने जा रही है और भारत इस बैठक की अध्यक्षता करेगा। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ब्रिक्स शासनाध्यक्षों के इस आठवें सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
अगले सप्ताह रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन का भारत दौरा राजनयिक और रक्षा खरीद की तैयारियों के लिहाज से अहम रहने वाला है। गोवा में 16 अक्टूबर से शुरू हो रहे ब्रिक्स देशों की बैठक के एक दिन पहले पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता होनी है। रक्षा, सुरक्षा, कारोबार और निवेश को लेकर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने का एजेंडा इस बैठक का है।
भारत-पाक सीमा पर चल रहे तनाव के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे बाड़मेर के मुनाबाव पहुंचे। इससे पहले भी गृहमंत्री सुरक्षा अधिकारियों से भारत-पाक सीमा की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दे चुके हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित भागीरथ पैलेस के कारोबारियों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए चीन के बने सामान नहीं बेचने का फैसला लिया है। पिछले कुछ दिनों से देश के विभिन्न वर्गों की तरफ से चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग की जा रही है।
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित का कहना है कि पाकिस्तान कभी नहीं चाहता सीमा पर तनाव बढ़ाना। आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान का रुख एकदम स्पष्ट है। हम भी आतंकवाद से पीड़ित देश हैं। भारत में जब भी कोई आतंकी घटना होती है, पाकिस्तान पर आरोप लगने लगते हैं। अब्दुल बासित कहते हैं, `मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हम यथार्थ की ओर देखे। पाकिस्तान अपनी जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा।’