राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप से शपथ लेने में हुई चूक का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। बहुत से लोग इस त्रुटि को तेज प्रताप की शिक्षा और अनुभव से जोड़कर लालू यादव पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन आज लालू यादव ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लपेट में लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की शपथ के दौरान एक शब्द के गलत उच्चारण की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें दोबारा शपथ लेनी चाहिए।
हिंदी के अनेक दुर्लभ ग्रंथ, पुरानी पुस्तकों की प्रति, पत्रिकाओं की पुरानी फाइलें अब उपलब्ध नहीं हैं। इस कारण देश के विश्वविद्यालयों में शोध कार्य प्रामाणिक ढंग से नहीं हो पाते और साहित्य में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर गड़बड़ियां बनी रहती हैं। इस कमी को देखते हुए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने सन 1933 में प्रकाशित द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ को दोबारा प्रकाशित कर अच्छा काम किया है। लेकिन जिस तरह हड़बड़ी और असावधानी में यह ग्रंथ प्रकाशित किया गया है उसे लेकर चिंता होती है।
बिहार चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाले नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली। पटना के गांधी मैदान में नीतीश के साथ लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। उनके बेटे तेजस्वी को उप-मुख्यमंत्री बनाए गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 28 लोगों को जगह मिली है्, इनमें राजद और जदयू के 12-12 मंत्री जबकि कांग्रेस से 4 मंत्री हैं। इनमें सिर्फ दो महिलाएं हैं जबकि चार मुस्लिम विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
बिहार में भले ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनकर वाहवाही लूट रहे हैं लेकिन राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने बेटे तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनवाकर दबाव बढ़ा दिया है। 26 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री बने तेजस्वी लालू के छोटे बेटे हैं और शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद दूसरे नंबर पर शपथ लेने वालों में शामिल रहे।
जैसा कि उम्मीद जताई जा रही थी लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। आज पटना के गांधी मैदान में 28 मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण करने के बाद नीतीश कुमार ने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया। लालू के दूसरे बेटे तेज प्रताप को स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी मिली है जबकि गृह जैसा अहम विभाग नीतीश कुमार ने अपने पास रखा है। लालू के दोनों बेटों को तीन-तीन विभागों के साथ मंत्री बनाया गया है।
बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद भले ही नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हों मगर राज्य के नेताओं और नौकरशाहों को पता है कि सत्ता का केंद्र कहां रहने वाला है। तभी तो छठ पर्व के खरना वाले दिन पटना में लाल और नीली-पीली बत्ती लगी गाड़ियों की सबसे लंबी कतार लालू प्रसाद के निवास के बाहर दिखाई दे रही थी।
हिंदुस्तान को पूरी दुनिया में मधुमेह या डायबिटीज राजधानी कहते हैं और इसे कलंक का यह तमगा यूं ही नहीं मिल गया है। हकीकत यह है कि दुनिया भर में करीब 34 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। इसमें भी 20 फीसदी यानी करीब 7 करोड़ मरीज अकेले भारत में हैं। यह आंकड़ा देश की कुल जनसंक्चया का करीब 3 फीसदी है। मधुमेह को बाकी बीमारियों की गंगोत्री कह सकते हैं। इससे पीड़ित होने के बाद अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में में आना महज वक्त की बात होती है।