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पंजाब के हिंसाग्रस्त इलाकों में बंद

पंजाब के हिंसाग्रस्त इलाकों में बंद

गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर सिख संगठनों की ओर से पंजाब बंद का असर दिखाई दे रहा है। मालवा पट्टी में खासकर इसका व्यापक असर है। बठिंडा, संगरूर, मोगा, कोटकपूरा और फरीदकोट में हिंसा का असर है। बुधवार को हुई हिंसा के बाद से पंजाब सरकार कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है। हिंसा में दो लोग मारे जा चुके हैं और चार की हालत गंभीर है। लगभग सौ लोग जख्मी हैं। सरकार ने सुरक्षा के खासे इंतेजाम किए हैं। दुकानें बंद हैं और सड़कों पर भी पुलिस के अलावा कोई नजर नहीं आ रहा है।
पंजाब: धर्म ग्रंथ के अपमान पर फरीदकोट में हिंसा, 15 घायल

पंजाब: धर्म ग्रंथ के अपमान पर फरीदकोट में हिंसा, 15 घायल

पंजबा के फरीदकोट में पवित्र किताब के कथित अपमान से नाराज सिख प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव में आज 8 पुलिसकर्मियों सहित 15 लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया जबकि पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों से बेकाबू भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
ऐतिहासिक मुकाम, लेखकों के इस्तीफे का बवंडर

ऐतिहासिक मुकाम, लेखकों के इस्तीफे का बवंडर

देश के सभी कोनों से, सभी भाषाओं में एक ही आवाज उठ रही है। यह अपने आप में ऐतिहासिक परिघटना है। इससे पहले इस देश में इतने बड़े पैमाने पर लेखकों-साहित्यकारों-रंगकर्मियों ने एक साथ एक ही मुद्दे पर मिलकर आवाज नहीं उठाई थी। वे सब अलग-अलग राज्यों से, अपनी-अपनी भाषाओं में एक ही स्वर बोल रहे हैं।
नेहरू के दौर में भ्रष्टाचार

नेहरू के दौर में भ्रष्टाचार

भारत सरकार में इंटेलीजेंस ब्यूरो के पूर्व अधिकारी और विवेकानंद फाउंडेशन के फेलो आरएनपी सिंह को खुफिया से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में गहरा अनुभव है। उनकी राइट्स एंड रांग्स, बांग्लादेश डिकोडेड और हिंदी में दो पुस्तकें बहुत चर्चित रहीं। नेहरू: ए ट्रबल्ड लीगेसी से उन्होंने कुछ मौलिक सवाल उठाए हैं: क्या हमने कभी नेहरू के बारे में ईमानदारी से मूल्यांकन किया है और इस प्रभाव में क्या हमने देश के समकालीन इतिहास का निष्पक्ष मूल्यांकन किया है? इस पुस्तक में नेहरू के सिद्धांतवाद या अपने हित में दोहरे मानदंड अपनाने पर सवाल उठाए गए हैं।
गोहत्या की आशंका से भड़की भीड़ ने किया पुलिस पर हमला

गोहत्या की आशंका से भड़की भीड़ ने किया पुलिस पर हमला

उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र में आज गोहत्या की आशंका से भड़की भीड़ ने पुलिस पर पथराव तथा आगजनी की। इस मामले में कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दादरी हिंसा पर मुस्लिम संगठन बोले मुल्क नहीं बंटने देंगे

दादरी हिंसा पर मुस्लिम संगठन बोले मुल्क नहीं बंटने देंगे

हाल ही में दिल्ली से सटे दादरी में हुई हिंसा समेत देश भर में अल्पसंख्यकों और दलितों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मुस्लिम और नागरिक अधिकार संगठनों ने एकजुट होकर कहा ‘फासीवादी ताकतों के खिलाफ मरते-मरते भी लड़ाई जारी रखेंगे लेकिन इंशा अल्लाह मुल्क नहीं बंटने देंगे।’ मौका था जंतर-मंतर पर सांप्रदायिक और जातिगत हमलों के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन का। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई, जिसके बाद हिंदू कट्टरपंथियों की भीड़ ने पीट-पीट कर अखलाक को मार दिया और उनके बेटे दानिश को बुरी तरह से घायल कर दिया।
सोमनाथ भारती को मिली जमानत

सोमनाथ भारती को मिली जमानत

घरेलू हिंसा और पत्नी की हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार आप विधायक और पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती को अदालत ने आज जमानत दे दी। भारती की पत्नी लिपिका मित्रा ने यह मामला दर्ज कराया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार ने कहा, जमानत याचिका मंजूर की जाती है। अदालत ने कल जमानत याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।
बनारस में जुलूस के दौरान हिंसा, कुछ घंटे रहा कर्फ्यू

बनारस में जुलूस के दौरान हिंसा, कुछ घंटे रहा कर्फ्यू

संतों और स्थानीय लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा और आगजनी में आठ पुलिस वालों समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए। स्थिति को काबू में लाने के लिए बनारस के कई इलाकों में कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। पथराव, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अनुपस्थित है किसान

अनुपस्थित है किसान

एक कहानी एवं कविता संकलन के अलावा आलोचनात्मक निबंध भी प्रकाशित। हिंदी के साथ अंगिका बोली में भी कविता संग्रह। भागलपुर विश्वविद्यालय से रीडर पद से सेवानिवृत्त।
अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

अल्पसंख्यकों,दलितों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन

दादरी कांड से गुस्साए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में न केवल दादरी कांड बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा रहे मुसलमानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में 50 वर्षीय अखलाक अहमद के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके बाद उग्र हिंदू चरमपंथियों की भीड़ ने अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
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