Advertisement

Search Result : "लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ"

‘विश्वास’ के बिना होगा लाल किले पर कवि सम्मेलन, केजरीवाल सरकार ने नहीं दिया न्योता

‘विश्वास’ के बिना होगा लाल किले पर कवि सम्मेलन, केजरीवाल सरकार ने नहीं दिया न्योता

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच की तल्खियां अब दिल्ली सरकार के आयोजनों...
साल के आखिरी दिन कुर्बान हुए देश के लाल, शहीद तुफैल अहमद के बेटे ने कहा, ‘अब कुछ करें’

साल के आखिरी दिन कुर्बान हुए देश के लाल, शहीद तुफैल अहमद के बेटे ने कहा, ‘अब कुछ करें’

एक तरफ जहां देश नववर्ष की खुशियां मनाने में लगा हुआ है, वहीं देश की हिफाजत में लगे हमारे कुछ जवान साल 2017...
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्री की जयंती आज, पीएम मोदी सहित कई बड़े नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्री की जयंती आज, पीएम मोदी सहित कई बड़े नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 148वीं जयंती है। इस मौके पर देशभर में गांधी को श्रद्धाजंलि दी जा रही है।...
जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
अमित शाह ने शुरू की संसदीय पारी, स्मृति ईरानी ने ली संस्कृत में शपथ

अमित शाह ने शुरू की संसदीय पारी, स्मृति ईरानी ने ली संस्कृत में शपथ

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार से अपनी संसदीय पारी की शुरुआत कर दी है। आज उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की

इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज हवाई अड्डे पर देउबा का स्वागत किया। सुषमा स्वराज का देउबा के स्वागत करने के लिये हवाई अड्डे पर जाना इस यात्रा के महत्व को दर्शाता है।
तीन सालों में लाल-किले से किए गए वादों और दावों में नरेंद्र मोदी कितने पास, कितने फेल?

तीन सालों में लाल-किले से किए गए वादों और दावों में नरेंद्र मोदी कितने पास, कितने फेल?

दालों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, गांवों में बिजली, वन रैंक-वन पेंशन, लड़कियों के लिए अलग टॉयलेट, पोस्ट ऑफिस को पेमेंट बैंक में बदलना, स्वतंत्रता सेनानियों को पेंशन- इन मुद्दों पर कहां खड़ी है मोदी सरकार?
Advertisement
Advertisement
Advertisement