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प्रताप भानु मेहता का विशेष लेख: नृशंस साम्राज्य , मोदी समर्थकों ने भी माना सरकार का रवैया हाथ झाड़ने वाला

प्रताप भानु मेहता का विशेष लेख: नृशंस साम्राज्य , मोदी समर्थकों ने भी माना सरकार का रवैया हाथ झाड़ने वाला

“ऐसा प्रचंड संकट आजादी के बाद से नहीं आया था, अब तो मोदी समर्थक भी मानने लगे हैं कि महामारी में सरकार...
अब सुनील गावस्कर से भिड़े संजय मांजरेकर, चयनकर्ताओं और कोहली पर गावस्कर के लेख से हैं असहमत

अब सुनील गावस्कर से भिड़े संजय मांजरेकर, चयनकर्ताओं और कोहली पर गावस्कर के लेख से हैं असहमत

भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली और चयन समिति को लेकर सुनील गावस्कर...
अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता में अटका है भारत: चीनी मीडिया

अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता में अटका है भारत: चीनी मीडिया

चीन द्वारा एनएसजी में प्रवेश बाधित करने को लेकर भारत की कड़ी प्रतिक्रियाओं के बीच चीन के एक सरकारी समाचार पत्र ने कहा है कि भारत अब भी 1962 के युद्ध की मानसिकता मे अटका हुआ है। समाचार पत्र ने बीजिंग के रुख का अधिक तथ्यपरक मूल्यांकन किए जाने की अपील की।
बिहार: सरकारी साइट पर इंदिरा विरोधी लेख को लेकर विवाद

बिहार: सरकारी साइट पर इंदिरा विरोधी लेख को लेकर विवाद

बिहार सरकार की एक वेबसाइट पर इंदिरा गांधी की आलोचना वाले एक लेख ने विवाद खड़ा कर दिया है। सरकारी वोबसाइट पर छपे इस लेख ने विपक्षी भाजपा और उसके सहयोगी दलों को सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों को निशाना बनाने का मौका दे दिया है। हालांकि हंगामा खड़ा होने के बाद वह लेख साइट से हटा लिया गया है।
मोदी राज को 'हिंदू तालिबान' बताने वाले मूर्तिकार पर वसुंधरा की गाज

मोदी राज को 'हिंदू तालिबान' बताने वाले मूर्तिकार पर वसुंधरा की गाज

वसुंधरा राजे की राजस्थान सरकार ने उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें जयपुर के जवाहर कला केंद्र की गवर्निंग बॉडी में भारतीय मूल के ब्रिटिश मूर्तिकार अनीश कपूर को शामिल किया गया था। कपूर ने हाल ही में मोदी सरकार के शासन को हिंदू तालिबान करार देते हुए ब्रिटिश अखबार में एक लेख लिखा था। दो दिन पहले ही भाजपा शासित राजस्‍थान सरकार ने उन्‍हें बोर्ड में नामित किया था, जिसका भाजपा के भीतर ही काफी विरोध हुआ।
प्रेमचंद का हजरत अली पर अनूठा लेख

प्रेमचंद का हजरत अली पर अनूठा लेख

कानपुर से प्रकाशित होने वाली पत्रिका प्रभा में सन 1923 में प्रेमचंद का एक लेख हजरत अली शीर्षक से प्रकाशित हुआ था। यह लेख अब तक असंकलित है।
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