दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत ने कई सियासी दलों को झटका दे दिया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली में जीत के बाद बिहार, पंजाब और उत्तर प्रदेश में ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं।
दिल्ली में कांग्रेस की हार का ठीकरा पार्टी सीधे माकन पर ही फोड़ सकती है। पार्टी को शर्मिंदगी से बचाने के लिए किसी ऐसे शख्स की जरूरत होगी जो आलाकमान को सुरक्षित रखने के लिए सारी जिम्मेदारी खुद उठाए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह शख्स फिलहाल तो माकन ही हैं।
क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ पर ब्रेक लग जाएगा। अगर एग्जिट पोल पर भरोसा करें तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती दिख रही है।
चुनाव की पहली रात राजनीतिक पार्टियों के लिए कयामत की रात से कम नहीं होती है। इस रात के बीतने से पहले दिल्ली विधानसभा के लिए होने वाले चुनावों में राजनीतिक पार्टियां जीतने के लिए हर संभव हथकंडा अपना रही हैं।
समाजवादी पार्टी से निष्कासित नेता जयाप्रदा ने आज कहा कि भाजपा में शामिल होने के विषय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत चल रही है और वह भाजपा की सेवा करना चाहती हैं न कि कोई चुनाव लड़ना चाहती हैं।
चुनावों की घोषणा के साथ ही दिल्ली में सियासी पारा चढ़ गया है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की चुनौती को भारतीय जनता पार्टी इतनी गंभीरता से ले रही है