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पटाखा बैन को लेकर बोले त्रिपुरा के गवर्नर, पटाखों से ध्वनि प्रदूषण तो अजान के स्पीकर पर चुप्पी क्यों?

पटाखा बैन को लेकर बोले त्रिपुरा के गवर्नर, पटाखों से ध्वनि प्रदूषण तो अजान के स्पीकर पर चुप्पी क्यों?

त्रिपुरा के गवर्नर तथागत रॉय ने पटाखा बैन को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दे डाला। अपने ट्विटर अकाउंट...
दिल्ली-एनसीआर में 'प्रदूषण प्रमाण पत्र' के बगैर वाहनों का इंश्योरेंस नहीं होगा रिन्यू

दिल्ली-एनसीआर में 'प्रदूषण प्रमाण पत्र' के बगैर वाहनों का इंश्योरेंस नहीं होगा रिन्यू

जस्टिस एमबी लोकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने सड़क परिवहन और राजमार्ग यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि दिल्ली-एनसीआर के सभी पेट्रोप पंपों पर प्रदूषण जांच केंद्र हो।
आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड की स्कूलों में पढ़ाई जा रही एक किताब पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल इस किताब के एक चैप्टर में ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को जिम्मेदार बताया गया है।
वायुसेना प्रमुख का सैनिकों को खत, युद्ध जैसी परिस्थिति से निपटने के लिए रहें तैयार

वायुसेना प्रमुख का सैनिकों को खत, युद्ध जैसी परिस्थिति से निपटने के लिए रहें तैयार

पाकिस्‍तान से तनावपूर्ण संबंध के बाद वायुसेना प्रमुख बीएस धनोवा ने 12000 सैनिकों को एक खुला खत लिखा है। जिसमें उन्‍होंने सैनिकों को युद्ध जैसी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं

हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं

हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं पीने की तो बात छोड़िए। यह खुलासा एक आरटीआई से हुआ है। दरअसल यह गंगा में बढ़ते प्रदूषण की वजह से हुआ है।
गंदगी की वजह से मथुरा कैंट बोर्ड पर 10 लाख रुपये का जुर्माना

गंदगी की वजह से मथुरा कैंट बोर्ड पर 10 लाख रुपये का जुर्माना

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में छावनी परिषद क्षेत्र में ठोस कचरे का सही तरह से निस्तारण नहीं करने के एक मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण परिषद एवं मथुरा छावनी परिषद के विरुद्ध क्रमशः पांच लाख और 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
यमुना की गंदगी और कीड़ों के प्रकोप से बदरंग हो रहा है ताजमहल

यमुना की गंदगी और कीड़ों के प्रकोप से बदरंग हो रहा है ताजमहल

विश्व धरोहर और दुनिया में मोहब्बत की बेमिसाल धरोहर माना जाने वाला ताजमहल यमुना नदी में गंदगी और कीड़ों के प्रकोप से बदरंग होता जा रहा है। समय समय पर मड पैक और विभिन्न तत्वों का घोल चढ़ाकर इसके संरक्षण के प्रयास किये जाते है लेकिन कीड़ों के प्रकोप की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की पहल अभी तक नहीं देखी गई है।