एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) में काम करने वाली और संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा पिछले महीने काबुल में अगवा कर ली गई एक भारतीय महिला को मुक्त करा लिया गया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने दावा किया है कि आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के दहशतगर्दों ने भारत में आतंक फैलाने के तरीके समझने के लिए नक्सली गुटों से संपर्क किया है। आतंकियों के इस कदम का खुलासा करते हुए एजेंसी ने कहा कि भारत में आतंक फैलाने के लिए आईएसआईएस सक्रिय है।
विदेशों में शिक्षा और स्वास्थ्य को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू माना जाता है। लेकिन इससे उलट हमारे देश में इन दोनों क्षेत्रों पर घोर लापरवाही की जाती है। इसका एक सटीक उदाहरण विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में आपको मिल सकता है।
पंजाब में पिछले दिनों सिखों से जुड़े कुछ मुद्दों पर विवाद खड़ा हो जाने के बाद सोमवार को क्षमा मांगने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने बरतन साफ किए। स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बता करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अनजाने में हम लोगों से कुछ गलतियां हो गई थीं, उसी का पश्चाताप करने हम यहां आए हैं। क्षमायाचना के लिए हमने दरबार साहेब की सेवा की। सेवा करने से हमें तृप्ती और बहुत शांति मिली।
फ्रांस के नीस शहर में बृहस्पतिवार को हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। नीस में बास्तील दिवस के मौके पर जुटी भीड़ में ट्रक घुसा कर एक ट्यूनीशियाई ने 84 लोगों की जान ले ली थी। पुलिस ने हमलावर ट्यूनिशियाई व्यक्ति से संबंधित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
युवाओं को आइएसआइएस और अन्य आतंकी संगठनों के प्रति आकर्षित होने से रोकने के लिए यहां के इमाम सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को इस्लाम का सही अर्थ समझाएंगे और शांति के संदेश का प्रसार करेंगे।
आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन इस दफा दिल्ली विश्वविद्यालय के होने वाले छात्र संगठन चुनावों में भाग नहीं लेगा। माना जा रहा है कि अगर चुनावों में पार्टी के छात्र संगठन की करारी हार हुई तो इस हार का असर पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनावों पर पड़ेगा।
इराक की राजधानी बगदाद में दो अलग-अलग बम हमलों में कम से कम 83 लोगों की मौत हो गई और 176 लोग घायल हो गए। इराकी अधिकारियों ने इन हमलों की जानकारी देते हुए बताया कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है।
ढाका हमले में जिन सात आतंकियों ने 20 लोगों की हत्या की वह सभी स्थानीय बांग्लादेशी थे और उनमें से पांच पेशेवर अपराधी भी थे। जिनकी पुलिस को तलाश थी। यह जानकारी पुलिस ने दी है। इसी बीच बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुज्ज़मान खान का बयान आया है कि इस हमले के पीछे बांग्लादेश के आतंकी संगठन है और इस्लामिक स्टेट का इससे कोई लेना देना नहीं है।
केंद्र सरकार ने विधि आयोग को समान नागरिक कानून का प्रारूप बनाकर देने के लिए कहा है। यह मुद्दा नया नहीं है। वर्षों से इस पर चर्चा होती रही है और विभिन्न समुदायों, दलों, नेताओं द्वारा समय-समय पर समर्थन, असहमति और कुछ विरोध भी होता रहा है।