इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को राज्य की दूसरी राजधानी बनाने की घोषणा की है। धर्मशाला की कुल जनसंख्या करीब 70 लाख है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन बनाने को लेकर इसके दो संभावित घटक कांग्रेस एवं समाजवादी पार्टी के बीच मतभेद सामने आए हैं क्योंकि इसमें राष्ट्रीय लोक दल को शामिल किए जाने को लेकर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 4 फरवरी को मतदान है। इन दिनों राजनीतिक पार्टियों ने मतदाताओं को वोटरों के रिझाने के लिए पूरा जोर लगाने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इनमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह स्टार प्रचारक में शामिल हैं, जबकि प्रियंका गांधी का नाम नहीं हैं। हालांकि, गुरुवार को ही अमरिंदर सिंह ने अमृतसर में मीडिया से बातचीत में साफ कर दिया था कि प्रियंका गांधी पंजाब में प्रचार नहीं करेंगी।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की अधिसूचना जारी हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी ने जो पहली सूची जारी की है उसके बाद से ही बगावत का दौर शुरू हो गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं को दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देना नागवार लग रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वह हमेशा अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर चलेंगे और उन्हीं के मार्गदर्शन में चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में अखिलेश ने कहा कि एक-दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा।
समाजवादी पार्टी में मची अंदरुनी कलह से पार्टी के कई नेता दूसरे दलों में जाने का मूड बनाने लगे हैं। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले अशोक प्रधान के बाद कई और नाम जुड़ने की संभावना बताई जा रही है।
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी उसके बाद बागियों ने संकट खड़ा कर दिया है। कई सीटों पर टिकट न मिलने से बागी उम्मीदवार खड़ा हो सकते हैं।
कांग्रेस ने गोवा और पंजाब के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। गोवा में 27 और पंजाब के 23 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है। पार्टी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने गुरूवार को यह सूची जारी की।
उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवाएं लिए जाने पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी हालत खस्ता होने का अहसास हो गया है और इसीलिये वह अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं कर रही है।