जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को लेकर काफी हंगामा हुआ। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के विधायकों ने राज्य में जीएसटी लागू होने का भारी विरोध किया।
चुनाव आयोग ने आज अपने अंतरिम आदेश में ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में आम आदमी पार्टी की दलीलें खारिज कर दी हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने कहा है कि विधायकों पर इस मामले को लेकर केस चलता रहेगा। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहले ही विधायकों के विवादित पद पर नियुक्ति को अवैध ठहरा चुका है।
गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। राजस्थान में गाय ले जा रहे ट्रकों को रोककर गौरक्षकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। साथी वहां मौजूद लोगों की जमकर पिटाई भी की गई। जबकि ये गाय तमिलनाडु पशुपालन विभाग की टीम ले जा रही थी।
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के लोगों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। किसानों पर पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद वे और उग्र हो गए हैं। अब प्रदर्शनकारियों के द्वारा कलेक्टर के साथ धक्कामुक्की करने की खबर सामने आई है।
केरल में मंत्रियों और अधिकारियों ने हमेशा से दिए जा रहे उदाहरण को अपनाते हुए एक अच्छी कोशिश की ओर कदम बढ़ाया है। सरकारी स्कूल की जर्जर हालात को देखते हुए हमेशा से एक उदाहरण दिया जाता है कि अगर मंत्रियों और अधिकारियों के बच्चें सरकारी स्कूल में पढ़ने लग जाए तो हालात में तेजी से सुधार हो सकता है।
पठानकोट एयरबेस पर हमले में शहीद हुए शहीद कुलवंत सिंह के परिजनों के साथ एक ट्रैवल एजेंट और उसके दोस्तों ने मारपीट की है। जानकारी के अनुसार गुरदासपुर के एजेंट ने शहीद के भाई से फ्रांस में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए लिए थे लेकिन फ्रांस नहीं भेजा। जब शहीद के परिजनों ने एजेंट से रुपये लौटाने की मांग की तो एजेंट और उसके दोस्तों ने शहीद के परिजनों को बुरी तरह पीटा।
उत्तर प्रदेश में गुंडाराज का खत्म करने के दावे के साथ आई योगी आदित्यनाथ की सरकार के सामने हिंसक घटनाएं नई चुनौती पेश कर रही है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जिस तरह शोभा यात्रा के नाम पर निकलेे जुलूस उपद्रव का कारण बने रहे हैं, उसने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला अब जुलूस, बवाल और दंगो के नाम से चर्चा में है। दूधली के बाद बड़गांव के सब्बीरपुर में जुलूस के नाम पर बवाल हुआ। इस तरह शोभायत्रा के नाम पर हो रही हिंसा और उपद्रव कई सवाल खड़े कर रहे हैं।