Advertisement

Search Result : "विश्व की पहली"

शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

शुरुआत से समापन तक फीका रहा विश्व हिंदी सम्मेलन

विवादों के बीच भोपाल में शुरू हुआ 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन बगैर कोई छाप छोड़े समाप्त हो गया। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में इसके उद्घाटन और समापन पर ही आयोजकों का सारा फोकस था। पर उसके बावजूद कार्यक्रम पूरी तरह से अपने उद्देश्यों से दिशाहीन होकर समाप्त हो गया। विवादों का ही असर हुआ जिसके चलते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इसके समापन समारोह में अपने पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं आए।
विहिप के निशाने पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी

विहिप के निशाने पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने देश में मुसलमानों की पहचान और सुरक्षा की समस्याओं के हल के लिए रणनीतियां बनाने की वकालत करते हुए सरकार से इस दिशा में सकारात्मक कार्रवाई करने तथा सबके विकास के लिए नीति बनाने की मांग की थी। अपने भाषण में उपराष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी के नारे सबका साथ सबका विकास की तारीफ की पर इसमें मुसलमानों को भी वाजिब हक के साथ शामिल करने पर जोर दिया था।
पटेलों ने खोली गुजरात मॉडल की पोल

पटेलों ने खोली गुजरात मॉडल की पोल

'अमिताभ बच्चन की बातों पर न जाएं। गुजरात से जुड़े उनके विज्ञापन झूठे हैं। कुछ दिन बिताओ हमारे गुजरात के देहातों में तो असलियत पता चल जाएगी। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। युवक सड़कों पर बेकार घूम रहे हैं। तलाटी तक की नौकरी के लिए लाखों रुपये की घूस देनी पड़ती है। क्या यही है गुजरात का विकास मॉडल ?’
हिंदी साहित्य के इंजीनियर

हिंदी साहित्य के इंजीनियर

गणित के कठिन सवालों के बीच गोदान का होरी भी जिंदगी के जवाब खोजता है। रसायन के सूत्र भले भूल जाएं मगर चंदर का सुधा भूल जाना अखरता है। प्रकाश के परावर्तन का नीरस सिद्धांत सुनील के केस को सुलझाते ही सरस लगने लगता है। ब्लैक बोर्ड पर अल्फा, बीटा, गामा के बीच निर्मला, चोखेरबाली और राग दरबारी भी धमाचौकड़ी मचाते हैं। अमूमन घरों में होशियार बच्चे विज्ञान पढ़ते हैं। विज्ञान में भी लड़के गणित और लड़कियां जीव विज्ञान पढ़ती हैं। जब कोर्स की किताबें ही साल में खत्म करना मुश्किल हो तो कहानी-कविताएं, उपन्यास पढ़ने के लिए किसके पास वक्त है। गणित लेने के बाद अर्जुन की आंख की तरह बस एक ही लक्ष्य है, आईआईटी। विज्ञान पढ़ रहे बच्चों के माता-पिता को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से कम कुछ भी गवारा नहीं है। मोटी-मोटी किताबों, सुबह से शाम तक चलने वाली कोचिंग क्लासों के बीच इंजीनियर बनने का सपना पलता है। ऐसे में साहित्य की कौन सोचे। पढ़ाई के दौरान साहित्य पढऩा समय की बर्बादी है और लिखना... इसके बारे में तो सोचना भी मत।
अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

अच्छे कोच से मिला मुकामः साइना नेहवाल

साइना नेहवाल देश की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलिंपिक (लंदन ओलिंपिक-2012) में पदक जीता। बैडमिंटन वल्र्ड फेडरेशन की ओर से विश्व में नंबर वन रैंकिंग पाने वाली और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली भी वह पहली भारतीय हैं जबकि इससे पहले प्रकाश पादुकोण ही विश्व में अव्वल रैंकिंग पाने वाले भारतीय थे। इतना ही नहीं, सुरेश रैना, एम. सी. मैरी कॉम, वीरेंद्र सहवाग और सुशील कुमार जैसे खिलाडिय़ों का प्रबंधन करने वाली कंपनी आईओएस स्पोट्र्स एंड मैनेजमेंट के साथ सबसे अधिक यानी 25 करोड़ रुपये का करार किया है।
पहली 'महिला वियाग्रा' को चेतावनी के साथ मिली मंजूरी

पहली 'महिला वियाग्रा' को चेतावनी के साथ मिली मंजूरी

लंबे इंतजार के बाद अमेरिका में महिलाओं की यौन इच्‍छा को बढ़ाने वाली दवा को नियामक संस्‍था से मंजूरी मिल गई है। इस 'महिला वियाग्रा' को लैंगिक आजादी की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
साइना के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर बधाइयों का तांता

साइना के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर बधाइयों का तांता

बैडमिंटन में भारत को गौरव के कई क्षण देने वाली साइना नेहवाल को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में साइना भले ही गोल्ड जीतने से चूक गई हों मगर पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी के इस स्तर तक पहुंचने की खुशी देश में कम नहीं है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने पर साइना नेहवाल को सोमवार को बधाई दी।
रूस का विश्व रिकाॅर्ड मिनटों में तोड़ा अमेरिका ने

रूस का विश्व रिकाॅर्ड मिनटों में तोड़ा अमेरिका ने

रूस ने दर्शकों के भारी समर्थन के बीच बुधवार को कजान में विश्व तैराकी चैंपियनशिप में चार गुणा 100 मीटर मिश्रित मेडले रिले में नया रिकाॅर्ड बनाया लेकिन अमेरिका चंद मिनट में ही उससे बेहतर समय निकालकर विश्व रिकाॅर्ड अपने नाम लिखवा दिया।
Advertisement
Advertisement
Advertisement