आमिर खान निर्देशित फिल्म ‘दंगल’ ने एक बार फिर से अपना दम दिखाया और फिर से एक बार नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है। चीन में रिलीज होने के बाद ‘दंगल’ ने जोरदार कमाई की और एक के बाद एक कई रिकॉर्ड हासिल किए। लेकिन इस बार इसने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो पूरी दुनिया में सिर्फ 4 फिल्में ही कर पाई हैं।
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कजाकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं। वहां पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग समेत कई विदेशी नेताओं से मुलाकात करेंगे।
हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाले जानते हैं कि धूम्रपान खतरनाक होता है, समस्याओं को हथेली पर तंबाकू के साथ रगड़ने वाले जानते हैं कि इसके सेवन से कष्टप्रद मौत मिलती है। फिर भी इसे तंबाकू सेवन करने वालों की कमी नहीं है। मई की 31 तारीख विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाई जाती है। जागरूकता की हर कोशिश के बाद भी हर दिन धूम्रपान या अन्य तंबाकू उत्पाद के प्रयोग के कारण हर दिन तीस हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ देते हैं।
अगर किसी फिल्म में इरफान हों तो कहानी का टेंशन लेने की जरूरत नहीं होती। फिल्म में कुछ नहीं भी होगा तो इरफान इतने सटीक ढंग से होंगे कि उन्हीं के सहारे ढाई-तीन घंटे का वक्त कट जाएगा। तो इस फिल्म में भी बिलकुल परफेक्ट टाइमिंग के साथ राज यानी कि इरफान मौजूद हैं।
बीजिंग में आज से शुरू हो रहे ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ (बीआरएफ) का भारत बहिष्कार करेगा। भारत की ओर से एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत ऐसी परियोजना को स्वीकार नहीं कर सकता जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता हो।
आधुनिक युग में जीवन शैली में बदलाव के बाद कई तरह के रोग मनुष्यों में देखे जा रहे हैं। इन्हीं में अस्थमा एक ऐसा रोग है जो पुरुषों की बजाए महिलाओं को ज्यादा परेशान करता है।
दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान अहमद की बहन सायमा सेलिम ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि उनकी बहन का ठीक से इलाज नहीं किया गया। गौरतलब है कि वजन घटाने और इलाज कराने के उद्देश्य से वे अपनी बहन को मिस्र से भारत लेकर आई हैं।
भारत की 101 साल की धाविका मन कौर ने उम्र को धता बताकर सोमवार को आकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर की फर्राटा दौड़ का स्वर्ण पदक जीता। यह उनके करियर का कुल 17वां स्वर्ण पदक है।
राजभाषा पर बनी संसदीय समिति की 9वीं रिपोर्ट की ज्यादातर सिफारिशें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मान ली हैं। लेकिन इन सिफारिशों को जिस तरह प्रचारित किया जा रहा है, उससे हिंदी का भला कम, नुकसान ज्यादा हो सकता है। भाषाई वर्चस्व के जिन आरोपों से उबरने में हिंदी को कई दशक लगे, ऐसे खबरेें उन्हें फिर से जिंदा कर सकती हैं।