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'अच्‍छे‍े‍ दिन':भारत में बिजनेस आसान नहीं,विश्‍व बैंक ने दिया130वांं स्‍थान

'अच्‍छे‍े‍ दिन':भारत में बिजनेस आसान नहीं,विश्‍व बैंक ने दिया130वांं स्‍थान

विश्‍व बैंक की रिपोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार के विकास के दावों पर गहरी चोट पहुंचाई है। बैंक की वार्षिक रिपोर्ट कहती है कि भारत कारोबार करने में आसान देशों की रैकिंग में 130 वें पायदान पर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में कारोबार करना कितना कठिन है। पिछले साल के मुकाबले भारत की रैंकिंग में हालांकि एक पायदान का सुधार हुआ है, लेकिन वो भी इसलिए क्योंकि विश्‍व बैंक ने भारत की पिछले साल की रैंकिंग को संशोधित कर 130 वें स्थान से 131वें स्थान पर कर दिया। इसे मानने की बजाय केंद्र की मोदी सरकार ने इस रिपोर्ट पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
आरटीई के बाद शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है : टीएसआर सुब्रमण्यम

आरटीई के बाद शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है : टीएसआर सुब्रमण्यम

पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यम शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) से प्रभावित नहीं हैं और उन्होंने कहा कि भारत ने आरटीई के बाद शिक्षा के स्तर में 25 प्रतिशत की गिरावट देखी है। सुब्रमण्यम ने कहा, आरटीई ने कई अच्छी चीजें की हैं लेकिन अब भी खामियां हैं। पहली खामी है गुणवत्ता। आरटीई मूलभूत सुविधाओं की गुणवत्ता की बात करता है लेकिन इस पर बहुत ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
मेडिकल कालेज में नहीं थी एंबुलेंस, एएमयू के प्रोफेसर की गई जान

मेडिकल कालेज में नहीं थी एंबुलेंस, एएमयू के प्रोफेसर की गई जान

उत्तर प्रदेश की चिकित्‍सा व्‍यवस्‍था का हाल बेहाल है। यहां कमजाेेर तबके के अलावा अन्‍य वर्गों के लोगों को भी बदहाल चिकित्‍सा व्‍यवस्‍था का शिकार होना पड़ता है। ताजा वाकया है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का, जहां के एक प्राेफेसर की समय पर एंबुलेंस नहीं मिलनेे पर मौत हो गई।
अमर सिंह के भाई ने ऐसा क्‍या बोला कि सपा के नेताओं में मची हलचल

अमर सिंह के भाई ने ऐसा क्‍या बोला कि सपा के नेताओं में मची हलचल

उत्तर प्रदेश के समाजवादी परिवार में झगड़े का मुख्य कारण बताए जा रहे सपा महासचिव अमर सिंह के खिलाफ उनके छोटे भाई अरविन्द सिंह ने मोर्चा खोलते हुए बुधवार को कहा कि जो व्यक्ति अपने सगे भाई का ना हुआ, वह सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का अपना कैसे हो सकता है।
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना उद्देश्य : जावडेकर

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना उद्देश्य : जावडेकर

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर की अध्य क्षता में केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की 64वीं बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया कि शिक्षा एक राष्ट्रीय एजेंडा है जो हर व्यक्ति की जिंदगी में महत्व रखता है।
लैंगिक समानता में 21 स्थान की बढ़त के बावजूद 87वें स्थान पर भारत

लैंगिक समानता में 21 स्थान की बढ़त के बावजूद 87वें स्थान पर भारत

लैंगिक समानता के मामले में पिछले साल की तुलना में 21 स्थानों की बढ़त हासिल करने के बावजूद भारत को वैश्विक स्तर पर बेहद पिछड़ा यानी 87वां स्थान मिला है। भारत को मिली बढ़त मुख्यत: शिक्षा में हुई प्रगति के कारण है। इस सूची में आइसलैंड शीर्ष पर है।
सपा में घमासान जारी : ऊंट किस करवट बैठेगा, अंदाजा लगाना मुश्किल

सपा में घमासान जारी : ऊंट किस करवट बैठेगा, अंदाजा लगाना मुश्किल

सपा के विधायकों, सांसदों और मंत्रिायों की बैठक के दौरान सत्तारूढ़ यादव परिवार में सोमवार को आरोप-प्रत्यारोप, नोक झोंक और व्यक्तिगत हमले हुए जहां अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच सत्ता संघर्ष ने नाटकीय मोड़ ले लिया। वहीं इस दौरान मुख्यमंत्राी पर नयी पार्टी लांच करने की योजना बनाने के आरोप भी लगे जिससे उन्होंने इंकार किया है।
अखिलेश ने शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को किया बर्खास्‍त, सपा का संकट गहराया

अखिलेश ने शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को किया बर्खास्‍त, सपा का संकट गहराया

यूपी में रविवार काे सपा का राजनैतिक संकट और गहरा गया। मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव समेत चार मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्‍त कर दिया वहीं कार्यकर्ताओं को अखिलेश के समर्थन में पत्र लिखने वाले पार्टी महासचिव ऱामगोपाल यादव को भी दोपहर बाद पार्टी से निकाल दिया गया।
रामगोपाल यादव सपा से निष्कासित : कहा- आसुरी शक्तियों से घिरे हैं सपा मुखिया

रामगोपाल यादव सपा से निष्कासित : कहा- आसुरी शक्तियों से घिरे हैं सपा मुखिया

उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में जारी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा अपने चाचा शिवपाल यादव समेत चार मंत्रियों को बर्खास्त किये जाने के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के हिमायती बताये जाने वाले अपने भाई पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाल दिया।
अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, चाइनीज, जर्मन जैसी हर भाषा के अच्छे ज्ञान का सदैव स्वागत होना चाहिए। लेकिन भारत जैसे देश में अंग्रेजी की अनिवार्यता राजनीतिक मजबूरियों और ब्रिटिश विरासत में मिले बाबुई तंत्र के कारण 70 वर्षों में समाप्त नहीं हो सकी।
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