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Search Result : "श्रीलंका लिट्टे"

हिंद महासागर में कूटनीतिक सेतु

हिंद महासागर में कूटनीतिक सेतु

हिंद महासागर में स्ट्रिंग ऑफ पल्स यानी मुक्ता‍-माल की सामरिक कूटनीति के जरिये चीन के बढ़ते प्रभात के बीच भारत ने भी कूटनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसी रणनीति के तहत भारत हिंद महासागर के तट पर बसे देशों के बीच व्यापार को सभ्य‍ता और संस्कृति से जोडक़र द्विपक्षीय व्यापार की संभावनाएं तलाश रहा है। इसके मद्देनजर भारत तटीय देशों के साथ मधुर संबंध रखना चाहता है और इन संबंधों को व्यापार के साथ-साथ सभ्यता और संस्कृति से जोड़ रहा है।
भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

हिंद महासागर के किनारे बसे समुद्री देशों की संस्कृति, सभ्यता और व्यापार को मजबूत करने के लिए बीस देशों के प्रतिनिधियों ने आह्वान किया है कि एकजुट होकर काम करें तो सबका विकास होगा। भुवनेश्वर में पहली बार हिंद महासागर के तटीय देशों के बीच व्यापार सुगमता सुलभ करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने अतीत के अनुभवों से भविष्य को संवारने पर बल दिया।
विश्व कपः श्रीलंका को रौंद दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में

विश्व कपः श्रीलंका को रौंद दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में

विश्व कप क्रिकेट के पहले क्वार्टर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 9 विकेट से रौंदते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है जहां उसका मुकाबला न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज में से किसी एक टीम से होगा।
विश्व कपः किसे  खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

विश्व कपः किसे खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांज्लादेश के आखिरी दौर तक प्रतियोगिता में बने रहने से बढ़ा क्रिकेट का रोमांच। क्रिकेट पंडित तो यहां तक मानने लगे हैं कि विश्व कप एक बार फिर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ही और विशेषकर भारत में ही रह जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि दक्षिण एशियाई देशों को विश्व कप में बनाए रखने की कहीं यह सोची-समझी रणनीति तो नहीं है? बहुत हद तक इस बात की पुष्टि सिडॉन पार्क के क्यूरेटर कार्ल जॉनसन ने यह कहकर कर दी है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की खास हिदायत पर विश्व कप में सपाट पिचें बनाई जा रही हैं।
तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्राा समाप्त कर स्वदेश लौट आए। तीन देशों - सेशल्स, माॅरीशस और फिर श्रीलंका - की यात्रा के अंतिम दिन मोदी जाफना का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्राी बने।
भारत-श्रीलंका में चार समझौते

भारत-श्रीलंका में चार समझौते

भारत, श्रीलंका ने शुक्रवार को वीजा, सीमा शुल्क, युवा विकास और रवींद्रनाथ टैगोर स्मारक के निर्माण संबंधी चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि त्रिंकोमाली को पेट्रोलियम केंद्र बनाने में मदद करने के लिए भारत तैयार है।
मंगलवार से 3 देशों की यात्रा पर मोदी

मंगलवार से 3 देशों की यात्रा पर मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका, मॉरीशस और सेशेल्स की पांच दिवसीय यात्रा पर कल रवाना होंगे और उम्मीद है कि इससे देश के हिंद महासागर क्षेत्रा के देशों से रिश्ते और प्रगाढ होंगे। इसके साथ ही यह भी उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान मोदी श्रीलंका में तमिलों के गढ़ जफना का भी दौरा करेंगे।
श्रीलंका-मालदीव, बने मोदी की चुनौती

श्रीलंका-मालदीव, बने मोदी की चुनौती

भारत की विदेश नीति में दक्षता का अभाव झलकने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मालदीव के प्रतिकूल रवैये की वजह से अपनी विदेश यात्रा स्थगित करनी पड़ी। उधर, श्रीलंका ने सीधे-सीधे भारत को चुनौती देते हुए कहा कि अगर कोई भारतीय मछुआरा उनके समुद्र में आता है तो उसे गोली से उड़ा दिया जाएगा।
मोदी की यात्रा से पहले श्रीलंका का झटका

मोदी की यात्रा से पहले श्रीलंका का झटका

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्रीलंका दौरे से पहले प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर भारतीय मछुआरे श्रीलंका के जल क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उन्हें गोली मारी जा सकती है। उन्होंने भारतीय मछुआरों पर उत्तरी श्रीलंका के मछुआरों की आजीविका छीनने का आरोप लगाते हुए तमिल तांती टीवी से कहा अगर कोई मेरे घर में घुसने की कोशिश करता है तो मैं गोली मार सकता हूं। अगर वह मारा जाता है तो कानून मुझे ऐसा करने की अनुमति देता है।
कोलंबो में चीन ने फिर भेजी पनडुब्बियां

कोलंबो में चीन ने फिर भेजी पनडुब्बियां

श्रीलंका की पिछली महिंदा राजपक्षे सरकार के समय कोलंबो बंदरगाह के निर्माण में मदद करने वाले चीन द्वारा उस बंदरगाह पर बार-बार अपनी पनडुब्बियां भेजने से विवाद बढ़ता जा रहा है। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति मै‌त्रीपाला सिरीसेना की सरकार ने चीन के इस कदम का कड़ा विरोध किया है जबकि चीन ने कहा है कि उसकी पनडुब्बियां वहां सिर्फ ईधन भरने के लिए रुकी थीं।
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