भारत ने स्वदेश निर्मित सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का में आज सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल में कम ऊंचाई पर आ रही किसी भी बैलिस्टिक शत्रु मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता है।
रवांडा और युगांडा के पांच दिवसीय सफल दौरे को पूरा कर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आज भारत लौट आए हैं। उन्होंने बताया कि वहां भारत का स्वागत अद्भुत गर्मजोशी के साथ किया गया। अंसारी 19-21 फरवरी तक रवांडा और 21-23 फरवरी तक युगांडा के दौरे पर थे।
मशहूर वकील और राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने अखिलेश यादव को उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री पद का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताते हुए शुक्रवार को भोपाल में दावा किया कि विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर अखिलेश फिर से सरकार बनायेंगे।
भारत द्वारा चेन्नई से करीब 125 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से एक ही प्रक्षेपास्त्र से रिकॉर्ड 104 उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए 28 घंटे की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अगर भारत एक रॉकेट से 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने में सफल हो जाता है तो वह इस तरह का इतिहास रचने वाला पहला देश बन जाएगा।
उत्तर कोरिया ने आज इस बात की पुष्टि की है कि उसने एक बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसे उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
भारत ने आज ओडिशा के तट से अपनी इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया और द्विस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने की दिशा में एक अहम उपलब्धि हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परीक्षण को वैज्ञानिकों का बहुत बड़ा पराक्रम करार देते हुए इसके जरिये भी विपक्षियों पर निशाना साधा।
भारत ने आज ओडि़शा अपतटीय क्षेत्र में एक परीक्षण स्थल से परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 4,000 किलोमीटर है।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम मंगलयान प्रक्षेपण के गवाह बनना चाहते थे, लेकिन प्रक्षेपण तिथि 24 सितंबर, 2014 के ठीक एक दिन पहले उनकी बिलकुल इच्छा न होने के बावजूद उन्हें बेंगलुरू से बाहर जाना पड़ा।
भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वदेशी पृथ्वी 2 मिसाइलों का आज एक के बाद एक त्वरित गति से दो बार सफल प्रक्षेपण किया। सेना ने यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से किया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि एकीकृत प्रक्षेपण रेंज (आईटीआर) के तृतीय परिसर के एक मोबाइल लांचर से सुबह करीब नौ बजकर 35 मिनट पर सतह से सतह पर मार करने वाली दो मिसाइलों का एक के बाद एक त्वरित गति से सफल परीक्षण किया गया। इन मिसाइलों की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है और वे 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम तक वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है।