भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली राजद की रैली है बिहार के महागठबंधन की नहीं। इसमें गैर भाजपाई दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें यह बात मायने नहीं रखती कि इसमें जदयू शामिल होगी या नहीं।
सभी किसानों की कर्जा माफी और फसल का न्यूनतम समर्थम मूल्य (एसएमपी) के मुद्दों पर देशभर के किसानों में अलख जगाने के लिए मध्यप्रदेश के मंदसौर से छह जुलाई को जनजागृति यात्रा निकाली जाएगी और यह यात्रा दो अक्तूबर को महात्मा गांधी के किसान आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ पर बिहार के चंपारण में समाप्त होगी। यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटे करीब 130 किसान संगठनों ने सर्वसम्मति से लिया। इस यात्रा को अंजाम देने के लिए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में किसानों के संगठन का एकसाथ जुटना किसान एकता की दिशा में एतिहासिक कदम माना जा रहा है। समजा जाता है कि किसानों की इस तरह एकजुटता लंबे अर्से बाद दिखाई दी है।
सहारनपुर हिंसा के दौरान चर्चा में आए भीम सेना प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। दंगे के समय फरार चल रहे चंद्रशेखर की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के बाद हिमाचल के डलहौजी से हुई है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जिला प्रशासन की अनुमति के बिना आज हिंसा प्रभावित इलाके सहारनपुर के लिए रवाना हो गए। इस दौरे में उनके साथ यूपी कांग्रेस अध्य क्ष्ात राजबब्बिर भी हैं। हालांकि, स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन ने राहुल गांधी के इस दौरे की अनुमति देने से इनकार कर दिया था, क्योंकि इससे पहले मायावती के पहुंचने के बाद हिंसा फिर से भड़क उठी थी।
हिंसा की आग में पिछले कई दिनों से सुलग रहे सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में शुक्रवार को पहली बार खुशी का महौल देखने को मिला। इस खुशी का कारण कुछ और नहीं बल्कि एक दलित परिवार में दो बहनों की शादी को लेकर था। शादी की वजह से गांव में कई दिनों के बाद खुशी का माहौल दिखा।
जम्मू कश्मीर में सभी प्रतिबंधित सोशल मीडिया साइट्स से प्रतिबंध हटा लिया गया है लेकिन सहारनपुर में विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए प्रशासन ने सोशल मीडिया को बैन कर रखा है। लगता है सहारनपुर के हालात जम्मू कश्मीर से भी बदतर हो गए हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले दिनों दो समुदायों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद आज सहारनपुर पहुंच गए हैं। हिंसा प्रभावित इलाके सहारनपुर में प्रवेश को लेकर राहुल की पुलिस अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और राज बब्बोर समेत कांग्रेस के कई नेता हैं।