स्कूलों में जब अध्यापक अटेंडेंस लेते है तो अक्सर विद्यार्थी ‘यस सर’ या ‘यस मैम’ कहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। लेकिन जल्द ही मध्यप्रदेश के स्कूलों में यह ट्रेंड बदलने वाला है।
गुड़गांव के रियान इंटरनेशनल स्कूल में हुई सात साल के बच्चे की हत्या पर वुमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट मिनिस्टर मेनका गांधी ने कहा है कि स्कूलों के नॉन टीचिंग स्टाफ में भी सिर्फ महिलाएं होनी चाहिए।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, कोर्ट ने निजी स्कूलों से कहा है कि वो कैश, एफडी या ड्राफ्ट के रूप में ये पैसा जमा करा सकते हैं। बता दें कि 2006 से 2009 तक 32 महीने की फीस मनमाने ढंग से वसूली गई।