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Search Result : "हिंदुत्‍व एजेंडा"

मोदी सरकार 2.0 में आरएसएस और भाजपा की पहली समन्वय बैठक, राम मंदिर और कश्मीर मुद्दा एजेंडा

मोदी सरकार 2.0 में आरएसएस और भाजपा की पहली समन्वय बैठक, राम मंदिर और कश्मीर मुद्दा एजेंडा

2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद आरएसएस की पहली समन्वय बैठक राजस्थान में होने जा रही है। इस...
CWC में राहुल ने रखा अपना एजेंडा, अब हर दो महीने में होगी CWC की बैठक

CWC में राहुल ने रखा अपना एजेंडा, अब हर दो महीने में होगी CWC की बैठक

राहुल गांधी ने कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए कई नई योजनाएं बनाई है,जिनका खुलासा उन्होंने छह जून को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में किया। इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण बदलाव यह किया गया है कि अब हर दो महीनों में एक बार सीडब्ल्यूसी की बैठक की जाएगी।
नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

आज दलित समुदाय हर दृष्टि से चौराहे पर खड़ा है। कई दशक बाद दलित राजनीति लगभग हाशिए पर पंहुच गई है। दलित जन प्रतिनिधियों से दलित समुदाय एकदम निराश है। वे समुदाय पर होने वाले अत्याचार के मसलों पर कुछ नहीं बोलते हैं। अब दलित समाज में उन्हें खुले मंचों से पूना पैक्ट की खरपतवार कहना शुरू कर दिया है।
महाराष्‍ट्र के अलावा अब देशभर में भी भाजपा से टकराएंगे  : उद्धव

महाराष्‍ट्र के अलावा अब देशभर में भी भाजपा से टकराएंगे : उद्धव

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा जिस तरह के परिवर्तन की बात कर रही है वह देश के लिए महंगा साबित होने वाला है। उन्होंने भाजपा के साथ बढ़ रही अपनी दूरी को उजागर किया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ने कहा कि अभी तक उनकी पार्टी भाजपा के मतों में बंटवारा नहीं करना चाहती थी और महाराष्ट्र तक ही सीमित रही। लेकिन अब शिवसेना महाराष्ट्र से बाहर भी निकलेगी। वह बिहार में चुनाव लड़ चुकी है। उत्तर प्रदेश और गोवा में भी चुनाव लड़ रही है। अगले लोकसभा चुनाव में शिवसेना देशभर में भाजपा को चुनौती देगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक एजेंडा बन रहा बड़ा मुद्दा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक एजेंडा बन रहा बड़ा मुद्दा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव दो समानांतर बिंदुओं पर चल रहा है। एक ओर पंरपरागत विकास का नारा है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत निर्माण, नागरिक सेवाओं की बात हो रही है। वहीं दूसरी ओर, मतदाता केवल वोटों के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर चर्चा कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों की 140 सीटों पर सबसे बड़ा मुददा सांप्रदायिकता ही है।
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