जन्माष्टमी के अवसर पर मुंबई एवं आसपास के इलाकों में दही हांडी समारोह के दौरान मानव पिरामिड बनाने के दौरान हुई दुर्घटना में दो ‘गोविंदाओं’ की मौत हो गई जबकि 117 ‘गोविंदा’ घायल हो गए।
हाल ही में रेलवे के खाने को लेकर संसद में कैग रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें बताया गया कि ट्रेनों में मिलने वाला खाना खाने लायक नहीं है। संसद में इस रिपोर्ट को पेश हुए ज्यादा दिन नहीं बीते थे कि यूपी के यात्रियों ने इसका सबूत भी दे दिया।
यह कैसा तुगलकी फरमान है। लोग कुत्तों के काटने से मर सकते हैं लेकिन कुत्तों को नहीं मार सकते। किसानों की फसलें नष्ट हो सकती हैं लेकिन पशुओं को नहीं बांध सकते। अन्यथा मुकदमा दर्ज हो जाएगा।
संसद की कैंटीन के खाने की तारीफ तो हम सभी ने सुनी है, लेकिन आज यहां के खाने में मकड़ी मिलने का मामला सामने आया है। इस खाने को खाने से लोकसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी बीमार पड़ गए हैं।