भारत की महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती टीम के कोच कुलदीप मलिक ने भले ही रियो ओलंपिक में साक्षी मलिक की सफलता में अहम भूमिका अदा की हो लेकिन उन्हें अभी तक कोई नकद पुरस्कार या सम्मान नहीं मिला है। साक्षी के साथ रियो खेलों से लौटने के बाद हरियाणा सरकार ने उन्हें बहादुरगढ़ में सम्मान समारोह में 10 लाख रूपये के चेक की एक फोटोकॉपी भेंट की थी लेकिन एक महीने बाद साई कोच को अभी तक असली चेक नहीं मिला है।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने मंगलवार को कहा कि राज्य के साथ ही केंद्र की सेवाओं में समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर वे संसद का अगला सत्र शुरू होने पर अपना आंदोलन फिर से शुरू करेंगे।
नारी शक्ति की जयकार का अनूठा नजारा आज राष्ट्रपति भवन में देखने को मिला जब रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू, पहलवान साक्षी मलिक और जिम्नास्ट दीपा करमाकर को राष्ट्रपति ने राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा। इनके साथ ही निशानेबाज जीतू राय को भी देश का यह सर्वोच्च खेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
रियो ओलंपिक खेलों में भारत को पहला पदक दिलाने वाली पहलवान साक्षी मलिक के बुधवार को रियो डि जिनेरियो से चंडीगढ़ पहुंचने पर राज्य सरकार की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। साक्षी आज तड़के राजधानी पहुंची और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों ने उनकी अगवानी की।
सरकार ने पहली बार अप्रत्याशित कदम उठाते हुए इस साल चार खिलाडि़यों को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने का फैसला किया है। इनमें ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और साक्षी मलिक के अलावा जिम्नास्ट दीपा कर्मकार और निशानेबाज जीतू राय भी शामिल हैं। खेल मंत्रालय ने आज इसकी घोषणा की।
रियो ओलंपिक में भारत को पहला तमगा दिलाने वाली साक्षी मलिक के अखाड़े में उतरने के फैसले पर बिरादरी के लोगों का विरोध झेलने वाले उनके पिता सुखबीर मलिक का सीना आज फख्र से चौड़ा है और उन्होंने कहा कि अब उनसे कोई नहीं कहेगा कि लड़कियां पहलवानी करती अच्छी नहीं लगतीं। साक्षी की उपलब्धि अन्य लड़कियों के लिए प्ररेणा बनेगी।