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बीजेपी सांसद सावित्री बाई का आरोप, कहा-  लोकसभा में दलित सांसदों को दिया जाता है कम समय

बीजेपी सांसद सावित्री बाई का आरोप, कहा- लोकसभा में दलित सांसदों को दिया जाता है कम समय

पिछले काफी समय से अपनी ही पार्टी बीजेपा के खिलाफ मोर्चा खोले पार्टी की सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा...
भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले का बयान- जिन्ना महापुरुष, आजादी की लड़ाई में था योगदान

भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले का बयान- जिन्ना महापुरुष, आजादी की लड़ाई में था योगदान

जिन्ना विवाद पर बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद सावित्री बाई...
बीजेपी सांसद सावित्री फुले के बगावती तेवर, अब दलितों के घर भोजन करने को लेकर उठाए सवाल

बीजेपी सांसद सावित्री फुले के बगावती तेवर, अब दलितों के घर भोजन करने को लेकर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश की बहराइच लोकसभा सीट से भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले लगातार बागी तेवर अपनायी हुई हैं।...
नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

नियति से निर्वाण की कथा रंग राची

मीरांबाई की संघर्ष-यात्रा को केंद्र में रखकर लिखा गया उपन्यास ‘रंग राची’ आखिरकार पाठकों तक पहुंच ही गया। दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में नामवर सिंह ने अध्यक्षीय आशीर्वचन दिया। उन्होंने कहा, ‘हिंदी में बहुत कवयित्रियां हुई लेकिन जो स्थान मीरां ने बनाया वह सब के लिए आदर्श है। मीरा को करूणा, दया के पात्र के रूप में देखने की जरूरत नहीं है, मीरां स्त्रियों के स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’ इस उपन्यास को सुधाकर अदीब ने लिखा है और यह राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है।
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