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बजट 2022 : कॉरपोरेट सरचार्ज में कटौती, आईटीआर में सुधार का मौका, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ये बड़ा नियम

बजट 2022 : कॉरपोरेट सरचार्ज में कटौती, आईटीआर में सुधार का मौका, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ये बड़ा नियम

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में देश का आम बजट पेश कर टैक्स से जुड़ी कई बड़ी घोषणाएं...
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आयकर रिटर्न जमा करने की समय सीमा दो महीने बढ़ाई, सरकार ने कोरोना को देखते हुए लिया फैसला

वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आयकर रिटर्न जमा करने की समय सीमा दो महीने बढ़ाई, सरकार ने कोरोना को देखते हुए लिया फैसला

भारत सरकार ने 2020-21 के लिए गुरुवार को व्यक्तिगत आयकर रिटर्न जमा करने की समय सीमा को दो महीने के लिए बढ़ा...
नए आइटीआर फार्म जारी, बिजली, विदेश यात्रा पर ज्यादा खर्च और बड़े डिपॉजिट का खुलासा अनिवार्य

नए आइटीआर फार्म जारी, बिजली, विदेश यात्रा पर ज्यादा खर्च और बड़े डिपॉजिट का खुलासा अनिवार्य

सरकार ने बीते वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान अर्जित की गई आय के लिए इनकम टैक्स रिटर्न के फार्मों की अधिसूचना...
नोटबंदी का बड़ा असर, 25 प्रतिशत ज्‍यादा लोगों ने फाइल किया इनकम टैक्स रिटर्न

नोटबंदी का बड़ा असर, 25 प्रतिशत ज्‍यादा लोगों ने फाइल किया इनकम टैक्स रिटर्न

सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा है कि इससे साफ पता चलता है कि नोटबंदी की वजह से बड़े पैमाने पर नए टैक्‍सपेयर्स टैक्‍स नेट में आए हैं। इस बार इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल करने वालों की संख्‍या में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नया आईटीआर फार्म, नोटबंदी के बाद दो लाख से अधिक की जमा पर जानकारी देनी होगी

नया आईटीआर फार्म, नोटबंदी के बाद दो लाख से अधिक की जमा पर जानकारी देनी होगी

सरकार ने व्यक्तियों के लिए आयकर विवरण दाखिल करने का एक नया और ज्यादा आसान फार्म आईटीआर-। शुक्रवार को अधिसूचित किया। यह फार्म आकलन वर्ष 2017-18 के लिये शनिवार से उपलब्ध होगा। इसके साथ ही नोटबंदी के बाद दो लाख रुपये या अधिक राशि की जमाएं करने वाले करदाताओं को इसका खुलासा नये आयकर रिटर्न आईटीआर फार्म में करना होगा।
राजनीतिक चंदा : आय का विवरण नहीं देने पर कर छूट खत्म हो जाएगी

राजनीतिक चंदा : आय का विवरण नहीं देने पर कर छूट खत्म हो जाएगी

राजनीतिक दलों पर बेनामी नकद चंदे की सीमा 20,000 रुपये से घटा कर 2,000 तक सीमित करने के बाद सरकार ऐसा कानूनी संशोधन करने जा रही है जिसके तहत उन्हें हर साल दिसंबर तक आय का विवरण विभाग में दाखिल करना जरूरी होगा। ऐसा नहीं करने उन्हें मिली कर छूट खत्म हो जाएगी।
वर्ष 2015-16 के लिए सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने भरा आईटीआर

वर्ष 2015-16 के लिए सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने भरा आईटीआर

बीते वित्त वर्ष में महज 10 लाख ईमानदार लोगों ने आयकर रिटर्न भरते हुए घोषित किया कि उनकी सालाना आय 10 लाख रुपये से अधिक है। सरकार द्वारा जारी आंकडों से यह भी खुलासा हुआ है कि वर्ष 2015-2016 के दौरान सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने ही आयकर रिटर्न भरा।
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