बजरंगी भाईजान की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भले ही कमाई के सारे रेकॉर्ड तोड़ देती हों, उनके चाहने वाले हर बार उन्हें ही श्रेष्ठ अभिनेता की ट्रॉफी उठाए देखना चाहते हों मगर खुद सलमान ऐसा नहीं चाहते।
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) की एक अदालत ने सैप ब्लाटर और माइकल प्लातिनी को 20 लाख डॉलर के गबन का दोषी पाते हुए आज उन्हें आठ वर्षों के लिए प्रतिबंधित कर दिया। यह राशि यूरोपीय फुटबॉल के निलंबित प्रमुख को दी गई थी।
आम भाषा में कहा जाए तो अब रसोइयों को भी पद्मश्री पुरस्कार मिल सकेगा। देश के नामी-गिरामी शेफ जिन्होंने भारत के साथ विदेश में भी नाम कमाया है उन्हें पद्मश्री दिए जाने की सिफारिश संस्कृति मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को भेजी है।
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) के निवर्तमान अध्यक्ष सेप ब्लाटर की 16 साल की अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) की सदस्यता समाप्त हो गई है क्योंकि सोमवार को उन्होंने दोबारा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई।
दक्षिण अफ्रीकी सरकार में शीर्ष स्तर पर एक करोड़ डालर के भुगतान को स्वीकृति दी गई थी जिसके बारे में अमेरिकी जांचकर्ताओं को संदेह है कि यह 2010 फुटबाल विश्व कप की मेजबान हासिल करने के लिए रिश्वत थी। एक मीडिया रिपोर्ट में आज यह दावा किया गया।
फीफा अध्यक्ष पद से सैप ब्लाटर ने बुधवार को आश्चर्यजनक तरीके से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद स्कैंडल में फंसे फीफा की छवि को सुधारने के लक्ष्य के साथ इस संगठन के अध्यक्ष पद के लिए नये सिरे से दौड़ शुरू हो गई है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) के अध्यक्ष सैप ब्लाटर ने पांचवी बार पद संभालने के चार दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया है। रिश्वतखोरी के मामले में फीफा उपाध्यक्ष समेत सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद उन पर यूरोपीय देशों का दबाव बढ़ गया था। यूरोप के कई देश फीफा से हटकर अलग विश्व कप कराने की मुहिम छेड़ चुके हैं।
फुटबॉल की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्था के उपाध्यक्ष सहित नौ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इनमें से कुछ अधिकारियों ने अपने गुनाह भी कबूल लिए हैं। एफबीआई की जांच से पता चला है कि कुल चौदह अधिकारियों ने दक्षिण अफ्रीका में 2010 की विश्व कप मेजबानी के लिए करीब 15 करोड़ डॉलर की रिश्वत ली थी।