गत माह 30 जून की आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में लॉन्च हुए जीएसटी का विरोध आज भी जारी है। कांग्रेस ने पूरे देश में लागू जीएसटी प्रणाली को लेकर एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
चीन के साथ टकराव और जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में विपक्ष ने सरकार को पूरा समर्थन देते हुए चीन के साथ कूटनीतिक तरीके से विवाद हल करने की सलाह दी है।
कारोबारियों को अपने परिसरों में लगाए गए साइनबोर्ड पर जीएसटी पंजीकरण संख्या जीएसटीआईएन तथा अपने पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदर्शित करना जरूरी होगा। इसी तरह कंपोजिशन योजना के तहत काम करने वाले को लिखना होगा कि वह कंपोजिट योजना का लाभ ले रहे हैं और कर लेने के पात्र नहीं हैं।
जीएसटी के तहत किस चीज पर कितना टैक्स लगेगा, यह देखने के लिए केंद्र सरकार ने एक एंड्रायड बेस एप लांच किया है। उपभोक्ता और बिजनेसमैन इसका उपयोग कर कई उलझनों से बच सकेंगे।
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को देशभर में लागू हुए आज आठ दिन हो गए हैं, लेकिन इस प्रणाली को लेकर विरोध अभी भी जारी है। जीएसटी को लेकर गुजरात के सूरत में हजारों की तादात में कपड़ा व्यापारियों ने विरोध शुरु कर दिया।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की तरफ से मीरा कुमार के नाम की घोषणा करने के बाद बिहार के सीएम नीतीश ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा था कि 'बिहार की बेटी' को हार के लिए क्यों चुना गया। उन्होंने कहा था कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में दो बार अवसर आए, तो उस समय क्यों नहीं उन्हें उम्मीदवार बनाया।