जीएसटी एक जुलाई से लागू हो गया है। अब यह जानना अहम है कि किन वस्तुओं पर कितना कर लगेगा और क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा। जीएसटी के बाद भी कुछ चीजें सस्ती हुई हैं।
जीएसटी के मेगा लांच इवेंट का बहिष्कार करने वाली प्रमुख्ा विपक्ष्ाी पार्टी कांग्रेस ने एक बार फिर ‘एक राष्ट्र, एक कर’ प्रणाली के लागू होने पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि नोटबंदी के बाद अब जीएसटी के वार से व्यापारियों में हाहाकार मचेगा।
पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मौजूदा जीएसटी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। चिदंबरम ने कहा कि ये वो जीएसटी नहीं है, जिसे विशेषज्ञों ने तैयार किया था।
एक देश-एक कर के लक्ष्य वाला जीएसटी संसद के केन्द्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मध्यरात्रि में घंटा बजाये जाने के साथ लागू हो गया। प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण कर सुधार की तुलना आजादी से करते हुए कहा कि यह देश के आर्थिक एकीकरण में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
जीएसटी की पहली सुबह होते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पहला हमला किया है। दिग्विजय ने कहा कि उनमें विजन की कमी है।
संसद में 30 जून की आधी रात को जीएसटी लॉन्च के मेगा शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 'गुड एंड सिंपल टैक्स' कहा। वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि जीएसटी ने राज्यों के मोतियों को एक धागे में पिरोया है।
जीएसटी के मेगा लाॉन्चच इवेंट का बहिष्कार करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘एक राष्ट्र, एक कर’ प्रणाली के लागू होने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि ये आजादी और लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।
देश भर में ‘एक राष्ट्र एक टैक्स’ प्रणाली के तहत आज से लागू हुए जीएसटी का असर देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) पर भी देखने को मिला है। कंपनी ने अपने ग्राहकों को वाहनों पर जीएसटी दरों का पूरा लाभ दे रही है।
देशभर में 30 जून की आधी रात से ‘एक राष्ट्र,एक टैक्स’ प्रणाली के तहत लागू हुए जीएसटी के बाद गुजरात की एक ट्रेन में टीटी यात्रियों से बढ़े हुए टैक्स के नाम पर 20-20 रुपए मांगता नजर आया।